लक्ष्मण रेखा पार कर रहा चंडीगढ़ प्रशासन
कोरोना वायरस से देश को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से अपने घरों में ही रहने की अपील कर चुके हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़।
कोरोना वायरस से देश को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से अपने घरों में ही रहने की अपील कर चुके हैं। मगर अब यूटी प्रशासन खुद प्रधानमंत्री की अपील के विपरीत लक्ष्मण रेखा पार कर रहा है। शुक्रवार को प्रशासन ने शनिवार सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक जरूरी सामान की दुकानें खुली रखने का आदेश जारी किया था। ऐसे में शनिवार को शहर में दुकानें खोली गई, जहां प्रधानमंत्री की अपली के विपरीत खरीदारी को लेकर अराजकता की स्थिति देखी गई। ऐसे में अब कुछ लोगों ने प्रशासन के इस कदम की निदा की है। लोगों का मानना है कि इससे लोगों को जो फिजिकल डिस्टेंसिग बनाने के लिए कहा गया है, उसमें कमी की आएगी और कोराना वायरस फैलने के आसार बढ़ सकते हैं। ऐसा कदम सेहत से खिलवाड़
चंडीगढ़ प्रशासन के इस फैसले से कोरोना वायरस की चेन टूटने की बजाय और बढ़ जाएगी। पूरे देश में कहीं पर भी ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है। प्रशासन को सीटीयू की बसों के जरिए सामान लोगों तक पहुंचाना चाहिए। ऐसा लग रहा है मानो संकट की इस घड़ी में चंडीगढ़ प्रशासन का मैनेजमेंट फेल हो चुका है। इस तरह के फैसले से लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसके लिए पीएमओ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को भी पत्र लिखकर चंडीगढ़ में पूरी तरह से कर्फ्यू लगाने का आग्रह किया गया है।
- आरके गर्ग, सीनियर सिटीजन सेकेंड इनिग एसोसिएशन के प्रधान प्रशासन का मैनेजमेंट फेल
चंडीगढ़ प्रशासन का यह निर्णय गलत है। ऐसे में तो खतरा और बढ़ सकता है। अगर केस ज्यादा बढ़ गए तो पीजीआइ कर्मचारियों को लोगों को संभालना मुश्किल हो जाएगा। लगता है प्रशासन का मैनेजमेंट फैल हो चुका है। कई जगह हर रोज सब्जी, दूध वाले आ रहे हैं तो कई जगह दो दिन तक कोई नहीं जा रहा। संकट की इस घड़ी में सभी को साथ देना चाहिए।
- अश्वनी कुमार मुंजाल, प्रधान, पीजीआइ कर्मचारी एसोसिएशन।