ट्राइसिटी में फंसे हिमाचली लोगों का एकत्रित किया जा रहा डाटा, सरकार के अगले आदेश पर भेजा जाएगा घर
हिमाचल भवन से करीब 15 बसों में 366 स्टूडेंट्स को सोलन भेजा गया था। उसके बाद सोमवार को भी हिमाचल भवन प्रशासन द्वारा हिमाचली लोगों का डाटा एकत्रित किया जा रहा है।
चंडीगढ़ [वैभव शर्मा]। कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन में हर कोई परेशान है। शहर में कई लोग ऐसे हैं जो दूसरे राज्यों से यहां पढ़ने या फिर रोजगार के लिए आए हैं। जो अब यहां पर फंस चुके हैं। इनमें हिमाचल प्रदेश के नागरिक भी बड़ी संख्या में है। इन लोगों को हिमाचल में उनके घर तक पहुंचाने की जिम्मेवारी सेक्टर-28 स्थित हिमाचल भवन ने उठाई है।
बीते रविवार हिमाचल भवन से करीब 15 बसों में 366 स्टूडेंट्स को सोलन भेजा गया था। उसके बाद सोमवार को भी हिमाचल भवन प्रशासन द्वारा हिमाचली लोगों का डाटा एकत्रित किया जा रहा है। इस दौरान करीब 100 लोगों ने हिमाचल भवन पहुंचकर अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखवाया आया है। हिमाचल भवन के नोडल ऑफिसर राजीव ने बताया कि वह हिमाचली लोगों का डाटा एकत्रित कर रहे हैं। जिसके बाद जब भी हिमाचल सरकार का आदेश होगा, हम बसों को मंगवाकर इन लोगों को उनके घरों तक भेज देंगे। उन्होंने कहा कि लोगों से उनके नाम और मोबाइल नंबर दोनों लिए जा रहे हैं, जिससे आने वाले समय में उनसे संपर्क करने में हमें परेशानी नहीं होगी।
एक डिस्ट्रिक्ट में स्टूडेंट्स को भेज कर खड़ी हुई मुसीबत
जिन स्टूडेंट्स को रविवार सोलन ले जाया गया वह अलग अलग डिस्ट्रिक्ट से हैं। लेकिन सभी स्टूडेंट्स को सोलन ले जाने की वजह से मुसीबत भी खड़ी हो गई है। अचानक इतनी संख्या में स्टूडेंट्स एकत्रित होने की वजह से संबंधित एरिया के अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
हेल्पलाइन नंबर पर भी जमकर आ रही है कॉल
हिमाचल भवन द्वारा कुछ हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। जिन पर कॉल करके हिमाचली लोग घर जाने के लिए अपना नाम लिखवा सकते हैं। राजीव ने बताया कि कल से लेकर आज तक इन नंबरों पर हजारों कॉल आ चुके हैं और बड़ी संख्या में मैसेज मिल रहे हैं।
400 लोगों ने घर जाने की लगाई गुहार
हिमाचल प्रदेश के नजदीक होने की वजह से चंडीगढ़ में हिमाचली लोग बड़ी संख्या में आते हैं। इनमें स्टूडेंट से लेकर कर्मचारी तक शामिल है। सोमवार को करीब 400 लोगों ने अपना नाम लिखवा कर घर जाने की इच्छा जाहिर की है। हिमाचल भवन से अब जो भी हिमाचली लोग अपने गंतव्य तक जाएंगे, उनके लिए प्लानिंग तैयार हो रही है। इस बार लोगों को जिले के अनुसार भेजा जाएगा। इससे किसी एक जिले पर अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा।
डाटा एकत्रित कर किया जाएगा सरकार से संपर्क
हिमाचल भवन में जो भी डाटा एकत्रित किया जा रहा है, एक-दो दिन बाद उसकी छटनी की जाएगी। लोगों को उनके जिले के अनुसार बांटा जाएगा और जिस जिले के लोग ज्यादा होंगे, पहले उन्हें घर भेजा जाएगा। डाटा एकत्रित करके हिमाचल सरकार से संपर्क होगा।