Monkeypox: देश में मंकीपॉक्स के दो मरीज, चंडीगढ़ प्रशासन ने जारी की तस्वीरें, बताए लक्षण और बचाव के तरीके
बीते हफ्ते केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मंकीपॉक्स के मामलों को देखते हुए सतर्क रहने की हिदायत दी है। ऐसे में यूटी प्रशासन की तरफ से लोगों को मंकीपॉक्स के लक्षणों और बचाव की जानकारी फोटो द्वारा दी जा रही है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। कोरोना (Corona Virus) के बाद अब मंकीपॉक्स (Monkeypox) ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। देश में मंकीपॉक्स वायरस के 2 मरीज सामने आ चुके हैं। दोनों मामले दक्षिण भारत के केरल में आए हैं। ऐसे में देश के अन्य राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में भी अलर्ट है।
बता दें कि बीते हफ्ते केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मंकीपॉक्स के मामलों को देखते हुए सतर्क रहने की हिदायत दी है। ऐसे में चंडीगढ़ प्रशासन भी मंकीपॉक्स का अलर्ट है। यूटी प्रशासन की तरफ से लोगों को मंकीपॉक्स के लक्षणों और बचाव की जानकारी दी जा रही है। प्रशासन की तरफ से तस्वीरों के जरिए सोशल मीडिया पर लोगों को संक्रमण के प्रति जागरूक कर रहा है।
बता दें कि मंकीपॉक्स वायरस भी कोरोना की तरह है। मंकीपॉक्स उन लोगों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है, जिन्हें पहले से बीमारियां हैं और जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है।
ये हैं मंकीपॉक्स वायरस के गंभीर लक्षण, डाक्टर को तुरंत चेक करवाएं
- मंकीपॉक्स के लक्षणों में आंखों में दर्द या धूंधला दिखना
- सांस लेने में दिक्कत
- छाती में दर्द
- चेतना में कमी आना
- पेशाब कम आना
- बुखार आना
- शरीर पर लाल चकते पड़ना
- शरीर पर मोटे दाने उभरना और उनमें पस पड़ना
- सिर दर्द एवं मांसपेशियों में दर्द होना
- गला सूखना या कफ होना
इस तरह फैलता है मंकीपॉक्स वायरस
- यह बीमारी एक आदमी से दूसरे में सीधे संपर्क में आने से
- संक्रमित व्यक्ति के शरीर का फ्लूड दूसरे में जाने से
- संक्रमित मरीज से यौन संबंध बनाने से
- संक्रमित व्यक्ति के कपड़ों के जरिए
- संक्रमित के सांस छोड़ने या छींकने से
बचाव के लिए इन बातों का रखना होगा खास ध्यान
चंडीगढ़ प्रशासन लोगों को मंकीपॉक्स वायरस के प्रति तस्वीरों से जागरूक कर इसके लक्षण और बचाव के तरीके बता रहा है। मंकीपॉक्स से संक्रमित मरीज को आइसोलेट हो जाना चाहिए, ताकि वायरस उससे किसी दूसरे में न ट्रांसफर हो सके। संक्रमित मरीज के नजदीक जाने से बचाना चाहिए। मरीज को अपना मुंह और नाक मास्क् से अच्छे से कवर कर शरीर को भी पूरी तरह से ढकना चाहिए। संक्रमित के इस्तेमाल किए गए कपड़ों का इस्तेमाल न करें। सेनिटाइजर, साबुन से हाथों को साफ करते रहें, ताकि संक्रमण हाथ से आपके शरीर में प्रवेश न कर सके।