ऑपरेशन नमस्ते के तहत सेना ने बनाया अपना Sanitizer, डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस पर खरा
रिसर्च स्कॉलर सृष्टि सिंह ने बताया कि उन्होंने एल्कोहल और एलोवेरा से सैनिटाइजर बनाया। इसके रिजल्टस भी बाजार में मिलने वाले सैनिटाइजर से काफी अच्छे हैं।
चंडीगढ़ [विकास शर्मा]। कोरोना के खिलाफ सेना की तरफ से शुरू किए गए ऑपरेशन नमस्ते के तहत मेजर रोहित राठी और उनकी पत्नी सृष्टि सिंह ने एक खास सैनिटाइजर तैयार किया है। वेस्टर्न कमांड की मैकेनिकल और इंजीनियरिंग वर्कशॉप में तैयार यह सैनिटाइजर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की गाइडलाइंस के मुताबिक तैयार किया गया है। इसकी लागत भी बाजार से मिलने सैनिटाइजर से आधी है। अब कोरोना संक्रमण को रोकने के भारतीय सैनिकों की मदद अब यही सैनिटाइजर करेगा।
डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन्स पर बनाया गया है सैनिटाइजर
रिसर्च स्कॉलर सृष्टि सिंह ने बताया ने बताया कि वो वेल्लोर में जेल बेस्ड बायो सेन्सर सॉल्यूशन में पीएचडी कर रही हैं। इसीलिए जब उन्हें सैनिटाइजर नहीं मिलने की सूचना मिली तो उन्होंने अपना सैनिटाइजर बनाने की बात कही, उनके पति मेजर रोहित ने उन्हें मोटिवेट किया। जिसके बाद हमनें एल्कोहल और एलोवेरा से सैनिटाइजर बनाया। यह सैनिटाइजर डब्ल्यूएच्ओ की गाइडलाइंस के मुताबिक तैयार किए गए हैं। इसके रिजल्टस भी बाजार में मिलने वाले सैनिटाइजर से काफी अच्छे हैं।
ब्रांडेड सैनिटाइजर से 50 फीसद है सस्ता
मेजर रोहित राठी ने बताया कि हमने अपने इस सैनिटाइजर की पहली खेप तैयार कर ली है, पहली खेप में हमनें 809 लीटर सैनिटाइजर तैयार किया है। इस खेप की लागत पर गौर करें तो प्रति लीटर पर 320 रुपये लागत आई है जोकि बाजार में मिलने वाले सैनिटाइजर से लगभग 50 फीसद सस्ता है। उन्होंने बताया कि हम इस सैनिटाइजर का इस्तेमाल फिलहाल सेना की जरूरतों को पूरा करना के लिए करेंगे। इसके अलावा हम भविष्य में नो प्रॉफिट और नो लॉस पर इसका उत्पादन आम लोगों के लिए कर सकते हैं।
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