चंडीगढ़ में 15 अप्रैल से शुरू होगी जनगणना, अभी से बनवा लें जरूरी डॉक्यूमेंट
यूटी में जनगणना का पहला पड़ाव 15 अप्रैल से 30 मई के बीच होगा। नोडल ऑफिसर नाजुक कुमार ने बताया कि जनगणना को लेकर शहर के लोगों को जागरूक किया जाएगा।
चंडीगढ़, जेएनएन। यूटी में जनगणना का पहला पड़ाव 15 अप्रैल से 30 मई के बीच होगा। नोडल ऑफिसर नाजुक कुमार ने बताया कि जनगणना को लेकर शहर के लोगों को जागरूक किया जाएगा। प्रशासनिक कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी।
चंडीगढ़ के डॉ. अभिषेक जैन ने बताया कि जनगणना 2021 का 45 दिन का पहला पड़ाव होगा। डॉ. अभिषेक जैन ने डिप्टी कमिश्नरों और म्यूनिसिपल कमिश्नरों की अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में प्रमुख जनगणना अफसर के तौर पर भूमिका और जिम्मेदारियों के बारे में बताया। चंडीगढ़ के जनगणना डायरेक्टोरेट के अधिकारियों की तरफ से जनगणना संबंधी मोबाइल एप और सीएमएमएस पोर्टल पर कामकाज संबंधी जानकारी दी जाएगी।
मोबाइल एप से होगा अपडेट
इस बार जनगणना का कार्य जनगणना मोबाइल एप से किया जाएगा। एप सीधे निदेशायल के दिल्ली में रखे सर्वर में भरी गई जानकारी को अपडेट कर देगा।मोबाइल एप के द्वारा आंकड़े एकत्रित किए जाएंगे और यदि किसी एनूमीरेटर (आंकड़े एकत्रित करने वाला) एप चलाने में असमर्थ रहता है तो वह रिवायती ढंग से आंकड़े इकट्ठा कर सकता है।
यह भी है काम की बात
यदि देश के किसी अन्य प्रांत से कोई व्यक्ति एक फरवरी से 29 फरवरी तक चंडीगढ़ में रहेगा तो उस व्यक्ति की भी गणना का कार्य निदेशालय की ओर से किया जाएगा। चंडीगढ़ में जल्द ही हाउस लिस्टिंग का काम भी शुरू होगा। निदेशालय की ओर से इस दौरान 29 कॉलम से संबंधित जानकारी एकत्रित की जाएगी, जिसमें घर के मुखिया का नाम, उम्र, शिक्षा, जन्मतिथि, परिवार के सदस्यों की संख्या, घर में कमरों की संख्या, घर में क्या-क्या सुविधाएं हैं आदि को शामिल किया जाएगा।
2011 में 1,055,450 थी जनसंख्या
निदेशालय से के अनुसार वर्ष 2011 में चंडीगढ़ की जनसंख्या 10,55,450 थी। इसमें 28,991 लोग गांव और 10,26,459 लोग शहर में रहते थे। कुल जनसंख्या में चंडीगढ़ के ग्रामीण इलाके में 2.7 प्रतिशत लोग रहते हैं, जबकि 97.3 प्रतिशत जनसंख्या शहरों में रहती है।