क्लोनिंग मशीन से डाटा चुरा बेचते थे इंटरनेशनल मार्केट में
कार्ड क्लोनिंग मामले में एक सप्ताह से पुलिस व साइबर सेल की नाक में दम कर देने वाले इंटरनेशनल गैंग के दो सदस्य क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कार्ड क्लोनिंग मामले में एक सप्ताह से पुलिस व साइबर सेल की नाक में दम कर देने वाले इंटरनेशनल गैंग के दो सदस्य क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में हैं। मूल रूप से रोमानिया के रहने वाले दोनों आरोपित दो महीने के लिए टूरिस्ट वीजा पर इंडिया आए थे। यहां आकर दोनों ने कार्ड क्लोनिंग और स्कीमर मशीन का प्रयोग कर एटीएम से लोगों का बैंकिंग डाटा चुराया।
दोनों इस डाटा को इंटरनेशनल मार्केट में आगे बेचते थे। क्राइम ब्रांच के एसपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि दोनों की पहचान रोमानिया के रहने वाले मिसलेए लेसिआन लोनट (37) और पारासिवे ज्योर्ज एलेटांडरु (37) के रूप में हुई है। उन्होंने पिछले दिन चंडीगढ़ में दो और मोहाली में तीन एटीएम में स्कीमर मशीन और हिडन कैमरा लगा लोगों का बैंकिंग डाटा चुराया था। दोनों से पूछताछ के लिए रोमानियन भाषा जानने वाले को भी बुलाया है, ताकि इस गैंग के अन्य सदस्यों की भी गिरफ्तारी हो सके।
एसपी रवि कुमार सिंह ने दावा किया कि डीएसपी पवन कुमार और इंस्पेक्टर अमनजोत सिंह ने इन दोनों आरोपितों को नई दिल्ली के रंगुरी के शिव मूरती महिपालपुर के एनएच-8 के पास होटल ग्लीट्ज वेस्टलेंड इन से दबोचा। बता दें कि दो दिन पहले दिल्ली में एटीएम हैकर के एक सरगना को पकड़ा गया था। पुलिस को आशंका है कि रोमानिया के रहने वाले उस हैकर का संबंध इन दोनों आरोपितों से हो सकता है। दिल्ली, कलकत्ता व केरल में भी गैंग के सदस्य सक्रिय
एसपी ने बताया उन्हें सूचना मिली थी कि दिल्ली, कलकत्ता और केरल में भी इंटरनेशनल गैंग के कुछ लोग इस प्रकार की वारदात को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने यहीं से क्ल्यू उठाया कि चंडीगढ़ में पिछले दिनों शहर के सभी होटल्स में रोमानिया से कितने टूरिस्ट रुके थे। यहां से डाटा लेने के बाद पुलिस को शक हुआ, क्योंकि सीसीटीवी कैमरा में कैद इन दोनों आरोपितों की शकल हू-ब-हू इनसे मिलती है। गिरफ्तारी के बाद उनसे नकली दाढ़ी, स्कीमर मशीन और हिडन कैमरा भी बरामद हुआ। एसपी ने बताया कि जब ये दोनों पहली बार चंडीगढ़ आए तो उस समय सेक्टर-35 के होटल मेट्रो में रुके। उसी दिन दोनों ने सेक्टर-43 के होटल वेस्टर्न कोर्ट में रूम लिया। वहां 2 से 5 अगस्त तक रहे। जुलाई में दिल्ली में भी दिया था वारदातों को अंजाम
क्राइम ब्रांच के डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि दोनों आरोपित पहली बार वीजा पर 3 से 10 जुलाई के बीच इंडिया पहुंचे थे। इनमें से एक आरोपित 3 जुलाई को और दूसरा 10 जुलाई को इंडिया आया। इंडिया आकर ये दोनों दिल्ली के अलग-अलग होटलों में रुक कर कार्ड क्लोनिंग और स्कीमर मशीन के जरिए लोगों के एटीएम डिटेल्स चोरी करते थे। दिल्ली, कलकत्ता और चंडीगढ़ में इन दोनों आरोपितों ने कई वारदात को अंजाम दिया है। मई 2018 में इस इंटरनेशनल गैंग के कुछ अन्य सदस्यों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कैमरा लगाकर निकल गए थे दिल्ली, डाटा चुराने आए थे वापस
डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि दोनों ने 2 से 5 अगस्त के बीच चंडीगढ़ में स्कीमर मशीन और हिडन कैमरा लगाया था। इसके बाद 5 अगस्त को दोनों दिल्ली निकल गए। 7 अगस्त को फिर चंडीगढ़ आए ताकि लगाए गए कैमरों से डाटा एकत्र किया जा सके। दोनों सुबह 7 से 9 बजे के बीच शहर के अलग-अलग एटीएम में जाकर डिवाइस फिट कर देते थे। उसके दो-तीन दिन बाद डिटेल्स को कलेक्ट करने व डिवाइस निकालने फिर एटीएम में जाते थे।