चंडीगढ़ में कार सवार सीनियर सिटीजन का एक दिन में दो बार काटा शारीरिक दूरी का चालान, प्रशासक को शिकायत
वैसे तो शहर में सीनियर सिटीजन को हर प्रकार की सुविधा देने की बातें हो रही हैं। लेकिन इसके उलट चंडीगढ़ की सड़कों पर उम्रदराज लोगों को कोरोना नियमों का पालन न करने के आरोप में परेशान किया जा रहा है।
चंडीगढ़, [कुलदीप शुक्ला]। वैसे तो शहर में सीनियर सिटीजन को हर प्रकार की सुविधा देने की बातें हो रही हैं। चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने तो स्पेशल स्टीकर भी सीनियर सिटीजन के लिए जारी किए हैं ताकि शहर की सड़कों पर बुजुर्ग लोगों के साथ कोई गलत व्यवहार न करे। लेकिन इसके उलट चंडीगढ़ की सड़कों पर उम्रदराज लोगों को कोरोना नियमों का पालन न करने के आरोप में परेशान किया जा रहा है।
शहर के सेक्टर-19 के रहने वाले रिटायर्ड बैंक अधिकारी का कोरोना नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में एक नहीं बल्कि दो बार चालान काटा गया है। आरोप है कि रिटायर्ड बैंक अधिकारी अपने वाहन में शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहा था। इसकी शिकायत रिटायर्ड बैंक अधिकारी राजेश कुमार ने चंडीगढ़ प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को दी है। शिकायतकर्ता राजेश कुमार ने चालान करने वालों पर अभद्र व्यवहार करने और आइडी कार्ड भी नहीं दिखाने का आरोप लगाया है। उन्होंने गलत ढंग से चालान करने वालों पर कार्रवाई नहीं होने पर पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में अपील दायर करने की चेतावनी भी दी है।
शिकायतकर्ता राजेश कुमार ने बताया कि कार में वह ड्राइवर सहित चार लोग धनास-पीजीआइ वाली सड़क से गुजर रहे थे। इसी दौरान रास्ते में सादी ड्रेस में खड़े दो लोगों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। उन्होंने राजेश कुमार को कहा कि आपने मास्क ठीक से नहीं पहना और कार में चार लोगों के बैठने की अनुमति नहीं है। सीनियर सिटीजन राजेश कुमार का आरोप है कि जब उन्होंने चालान करने वालों से उनका आइडी कार्ड और पहचान पूछी तो वह धमकी देने लगे। उन्होंने बिना कुछ सुने 500 रुपये का चालान कर (संख्या 84736) रसीद पकड़ा दी।
इसी के कुछ घंटे बाद ही सेक्टर-26 मार्केट में सिविल ड्रेस में खड़े दो लोगों ने कार में शारीरिक दूरी नहीं रखने का चालान दोबारा कर दिया। जबकि कार में ड्राइवर सहित कुल दो लोग ही मौजूद थे। चालान करने की वजह पूछने पर उन्होंने बताया कि मास्क ठीक से नहीं लगाया हुआ था। हैरानी कि बात है कि मास्क ठीक ढंग से नहीं पहनने पर शारीरिक दूरी का चालान कैसे किया गया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि एक दिन में दो जगह चालान करने के बावजूद किसी ने भी अपनी पहचान नहीं बताई। न ही नियमानुसार कोई वीडियोग्राफी की गई।