अधिकारियों से बोले कैप्टन- आतंकवाद से निपटने को सतर्क रहें, सुरक्षा बलों का सहयोग करें
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि लोगों की सुरक्षा मुहैया करवाने के लिए सिविल व सुरक्षा एजेंसियों को और भी चौकस रहकर काम करने की जरूरत है।
जेेेेएनएन, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य के सिविल व प्रशासकीय अधिकारियों से अपील की है कि सीमा पार से भारत में आतंकवाद को फिर से बढ़ावा देने की कोशिशों को नाकाम करने के लिए और ज्यादा चौकस रहें। सुरक्षा बलों के साथ और बेहतर तालमेल बिठाएं। पंजाब आइएएस ऑफिसर्ज एसोसिएशन को अपने सरकारी निवास में दिए रात्रि भोज पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरहदी सूबा होने के कारण अधिक संवेदनशील है। लोगों की सुरक्षा मुहैया करवाने के लिए सिविल व सुरक्षा एजेंसियों को और भी चौकस रहकर काम करने की जरूरत है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब की अमन और शांति को किसी भी कीमत पर भंग न करने की अपनी वचनबद्धता दोहराते हुए कहा कि मौजूदा हालत में आइएएस अधिकारियों का रोल और भी अहम हो जाता है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की है कि वह सतर्क रहें और अपने-अपने जिलों में सुरक्षा बलों के लिए उनके आंख-कान बनकर किसी भी घटना से निपटने के लिए मिल कर काम करें। इस रात्रि भोज में लगभग 100 पुरुष और महिला आइएएस अधिकारी शामिल हुए।
कैप्टन ने सभी नागरिकों की जरूरतों विशेषकर विधायकों और हथियारबंद सैनिकों के लिए अधिकारियों को और भी संवेदनशील होने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सैनिकों की समस्याओं की तरफ जवाबदेह बनें। जो भी फौज का जवान अपनी किसी भी समस्या को लेकर प्रशासनिक अधिकारी सेे मिलता है, वह खाली हाथ वापस नहीं जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने हाल ही में आई बाढ़ के समय पर प्रशासन की तरफ से किए बढ़िया राहत कार्यों के लिए अधिकारियों की सराहना की। कैप्टन ने लोगों के हितों को ध्यान में रखते आइएएस अधिकारियों और विधायकों बीच आपसी सहयोग की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों के प्रतिनिधि होने के कारण विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र की जमीनी हकीकत और स्थानीय जरूरतों का अधिक पता होता है। एसोसिएशन की प्रधान विनी महाजन ने मुख्यमंत्री की इस नई पहल के लिए धन्यवाद किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव करन अवतार सिंह और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह भी उपस्थित थे।
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