नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को कैप्टन अमरिंदर ने कहा ड्रामा, सुनील जाखड़ बोले- यह क्रिकेट नहीं
पंजाब कांग्रेस में इस्तीफों के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू का इस्तीफा महज ड्रामा है। सिद्धू की दरअसल दूसरी पार्टी में जाने की तैयारी है। वह पंजाब विधानसभा चुनावों के मद्देनजर दूसरी पार्टी में शामिल होंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन/एएनआइ। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि वह जल्द ही बड़ा सियासी कदम उठाएंगे। पंजाब के घटनाक्रम पर उनकी पूरी नजर है। नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला करते हुए कैप्टन ने कहा कि वह इस्तीफे का ड्रामा कर रहे हैं। वह दरअसल दूसरी पार्टी में जाने की तैयारी कर रहे हैं। दूसरी ओर, कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने सिद्धू से अपना इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया। दूसरी ओर, पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी सिद्धू पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये क्रिकेट नहीं है।
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी नेतृत्व के लिए विश्वास पर सवाल बताया। उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से सिद्धू के इस्तीफे कहा है कि यह कोई क्रिकेट नहीं है। इस पूरे 'एपिसोड' में जिस बात से समझौता किया गया है, वह है कांग्रेस नेतृत्व द्वारा (निवर्तमान) पीसीसी अध्यक्ष पर विश्वास। कोई भी प्रतिष्ठा एक अजीबोगरीब स्थिति में रखकर भरोसे को इस तरह तोड़ने को सही नहीं ठहरा सकती है।
दिल्ली में अपने बयान व कुछ टीवी चैनलों से बातचीत में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मेरी पंजाब कांग्रेस के घटनाक्रम पर पूरी नजर है। वह जल्द ही आगे की सियासत के बारे में फैसला करुंगा और जल्द ही इस बारे में फैसला के बारे में घोषणा करुंगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस के घटनाक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि इसकी संभावना पहले से थी।
उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर सवाल उठाते कहा कि दरअसल वह (नवजोत सिंह सिद्धू ) कांग्रेस छोड़कर पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले किसी दूसरे दल में शामिल होने की तैयारी में हैं। उन्होंने पंजाब कांग्रेस के इस्तीफे को ड्रामा करार दिया। इससे पहले सिद्धू के इस्तीफे के तुरंत बाद कैप्टन अमरिंदर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उनको अस्थिर व्यक्ति करार दिया। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से सिद्धू पर निशाना साधते रहे हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू इस्तीफा देने की पहले ही तैयारी कर रहे थे ताकि किसी और पार्टी में जाकर विधानसभा के चुनाव लड़ें। कैप्टन ने कहा कि मैं पहले से ही कह रहा हूं क यह आदमी विश्वास के काबिल नहीं है और न ही पंजाब को चलाने के लिए इस पर भरोसा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वह पहले भी मंत्री के तौर पर सरकार में अयोग्य साबित हुए हैं। कैप्टन ने कहा कि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है और 600 किलोमीटर सीमा पाकिस्तान जैसे देश के साथ लगती है। उनके क्रिकेटर मित्र इमरान खान और सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा के साथ संबंध हैं जो राष्ट्र की सुरक्षा को खतरा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस के प्रमुख का पद संभालने के दो महीने के भीतर इस्तीफा देकर नवजोत ने एक बार फिर अपने चरित्र का प्रदर्शन किया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, 'मैं सिद्धू को उसके बचपन से जानता हूं और वह अकेला रहना चाहता है। ऐसा खिलाड़ी टीम में नहीं खेल सकता।' उन्होंने कहा कि उन्होंने 1996 में इंग्लैंड में भारतीय टीम को छोड़ दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ' यही उनका असली चरित्र है।'
सिद्धू को तेजतर्रार वक्ता बताते हुए कैप्टन ने कहा कि वह लोगों को रैलियों में हंसा सकते हैं लेकिन इसका कोई मतलब नहीं है। इसलिए कोई उन्हें गंभीरता से नहीं लेता। उन्होंने कहा कि सिद्धू कैबिनेट में अपने कुछ मंत्रियों को न लिए जाने से नाराज थे। दरअसल वह सरकार का रिमोट कंट्रोल अपने हाथ में चाहते थे। उन्होंने कहा कि कैबिनेट बनाना केवल मुख्यमंत्री का अधिकार है। सिद्धू उसमें हस्तक्षेप क्यों कर रहे हैं।
सिद्धू के इस्तीफे में सिद्धांतों के साथ समझौता न करने के सवाल पर कैप्टन ने कहा कि किस सिद्धांत की सिदधू बात कर रहे हैं। वह तो केवल कांग्रेस से जाने के लिए भूमिका तैयार कर रहे थे। आप इंतजार करो, वह जल्द ही किसी और पार्टी में जाएंगे। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि पार्टी हाई कमान को तुरंत उसका इस्तीफा स्वीकार करके उसकी जगह किसी योग्य व्यक्ति को प्रधान बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुनील जाखड़ एक योग्य उम्मीदवार हैं और उन्होंने पहले भी प्रधान के तौर पर अपना कार्यकाल अच्छी तरह चलाया है।
उधर, पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाने वाले सुखपाल सिंह खैहरा ने नवजोत सिंह सिद्धू से पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से दिया गया अपना इस्तीफा वापस ले लें। खैहरा ने कहा, वह (नवजाेत सिंह सिद्धू) ने पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ स्टैंड लिया। यदि उनके सुझावों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वह मौन अध्यक्ष बन कर नहीं रहना चाहते। हम उनसे (नवजोत सिंह सिद्धू) इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध करते हैं। हम कांग्रेस हाईकमान से सिद्धू के मुद्दों को सुलझाने का अनुरोध भी करते हैं।