surgical strike2: पंजाब सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट, कैप्टन आज लेंगे सीमा क्षेत्र का जायजा
वायुसेना की पाकिस्तान में कार्रवाई के बाद पंजाब के सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह बुधवार को सीमा क्षेत्र का जायजा लेंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। भारतीय वायुसेना की पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पंजाब सरकार ने राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार शाम राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। सीएम अमरिंदर सिंह आज पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों का जायजा लेंगे। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी फोन पर बातचीत की और राज्य में हालात के बारे में जानकारी दी ।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से की बात
भारतीय वायु सेना (IAF) ने मंगलवार तड़के नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान में अातंकी शिविराें को ध्वस्त कर दिया था। इस बारे में खुलासा होने केे बाद पंजाब में खुशी छा गई। इसके साथ ही पाकिस्तान सीमा से लगे पंजाब के गांवों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई। राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वायुसेना की कार्रवाई की सराहना की और समर्थन किया। कैप्टन अमरिंदर ने कहा, राज्य के सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट है और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
सीमावर्ती जिलों तरनतारन, अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट, फिरोजपुर व फाजिल्का में हाई अलर्ट कर दिया गया है। नियंत्रण रेखा पर पैदा हुई ताजा स्थिति के मद्देनजर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने पंजाब पुलिस को सीमा पर किसी भी तरह के हालात के साथ निपटने की तैयारी के निर्देश दिए हैैं। राज्य सरकार केंद्रीय गृह और रक्षा मंत्रालय के साथ लगातार संपर्क में है। सरकार किसी भी संभावित घटना के साथ निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भी बातचीत की है।
वित्तमंत्री मनप्रीत बादल व अधिकारियों के साथ बैठक करते सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भारतीय वायु सेना (IAF) की कार्रवाई के मद्देनजर मंगलवार शाम उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत बादल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हालात पर चर्चा की। बैठक में राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रोें की स्थिति के बारे में चर्चा की गई।
उधर, गुरदासपुर जिले में सीमा के पास के पांच किलोमीटर क्षेत्र में पड़ते गांवों की सूची मांगी गई है। समझा जाता है कि जिला प्रशासन ने यह कदम आपातकाल में गांव खाली करवाने की तैयारी के उद्देश्य से उठाया है। बताया जाता है कि इसी तरह की तैयारी अन्य सीमावर्ती जिलों में की जा रही है।
सीमावर्ती क्षेत्रों का बुधवार को दौरा करेंगे, अधिकारियों को हर स्थिति से निपटने के निर्देश
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती जिलों के डिप्टी कमिश्नरों और पुलिस अधिकारियों को हर तरीके से नागरिकों के जान-माल की रक्षा को यकीनी बनाने के लिए पुख्ता कदम उठाने को कहा है। अमन-कानून की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री बुधवार को खुद पठानकोट से फिरोजपुर तक सड़क मार्ग से दौरा करेंगे। उन्होंने मंगलवार को उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करके ताजा हालात की समीक्षा की। बैठक में इस पर भी चर्चा हुई कि फिलहाल सीमावर्ती इलाकों के निवासियों को कोई खतरा नहीं है, उन्हें सतर्कता बरतनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अपने चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी सुरेश कुमार, प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी करन अवतार सिंह, गृह सचिव एनएस कलसी, डीजीपी दिनकर गुप्ता और डीजीपी इंटेलिजेंस वीके भावरा समेत पुलिस और सिविल प्रशासन के अन्य सीनियर अधिकारियों के साथ हालात पर विचार-विमर्श किया। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने बताया कि अधिकारियों को कैप्टन ने हिदायत दी कि स्थिति को पास से जांचने और सुरक्षा एवं चौकसी किसी भी तरह ढील न होने पाए।
नाके लगाकर सघन तलाशी अभियान
प्रदेश में हाई अलर्ट के बाद चौकसी बढ़ा दी गई है। महत्वपूर्ण ठिकानों के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सीमावर्ती जिलों सहित अन्य जिलों में जगह-जगह नाके लगाकार सघन तलाशी अभियान चलाया गया। सुरक्षा बलों ने वाहनों को रोककर जांच की। रेलवे स्टेशन व बस स्टैैंड पर चौकसी बढ़ा दी गई है। पुलिस ने लोगों के मन से डर को निकालने के लिए कई क्षेत्रों में मार्च निकाला।