मर्जी से नहीं बांट सकते राशन, यह बढ़ा रहा मुश्किल
अगर आप सोच रहे हैं कि राशन और फूड पैकेट खुद बांटकर लोगों की मदद कर रहे हैं तो यह सबसे बड़ी भूल है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : अगर आप सोच रहे हैं कि राशन और फूड पैकेट खुद बांटकर लोगों की मदद कर रहे हैं तो यह सबसे बड़ी भूल है। मदद की बजाए यह प्रशासन की मुश्किल बढ़ा रहा है। राशन बांटने की आड़ में नियम कायदों को ताक पर रखा जा रहा है। न फिजिकल डिस्टेंसिग और न ही मास्क पहना जा रहा है। यह कोरोना फैलने के लिए ग्रीन कारपेट का काम कर रहा है। प्रशासन की सख्त हिदायत है कि कोई भी व्यक्ति या संस्था अपने स्तर पर फूड पैकेट या राशन नहीं बांट सकते, इसकी मनाही है। किसी को सहयोग करना ही है तो डीसी से संपर्क कर उनकी गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए इसका वितरण करना होगा। चंडीगढ़ में बहुत से व्यक्ति और संस्थाएं लोगों को राशन और फूड पैकेट बांट रहे हैं। कई जगह तो खुला लंगर भी लगाया जा रहा है। यह खतरे से खाली नहीं है। डीसी मनदीप सिंह बराड़ कई बार एनजीओ और व्यक्तियों से संपर्क करने की अपील कर चुके हैं। जवाहरपुर में हुई यही गलती
डेराबस्सी के गांव जवाहरपुर में सरपंच और पंच सहित कई लोग कोरोना से पॉजिटिव मिले हैं। तीन दिनों बाद भी पॉजिटिव केस आने का सिलसिला थमा नहीं है। सरपंच कोरोना पॉजिटिव थे और वह लगातार लोगों के संपर्क में थे। वह राशन और फूड पैकेट बांटने के दौरान भी कई जगह भीड़ में देखे गए। यह लापरवाही पूरे गांव और आसपास एरिया के लिए आफत बन गया है। एक गांव ने पूरे पंजाब की नींद उड़ा दी है। बताया जा रहा है कि सरपंच चंडीगढ़ के कई लोगों के संपर्क में भी रहे हैं। अब उनकी कांटेक्ट ट्रेसिग का काम चल रहा है। कोई व्यक्ति या संस्था राशन इत्यादि की मदद करना चाहती है तो उनका स्वागत है। लेकिन वह इसे खुद अपने लेवल पर न बांटे। बल्कि प्रशासन को सूचना देकर गाइडलाइंस का पालन करते हुए बांटा जाए। कोई भी राशन या फूड पैकेट बांटना चाहता है तो उनसे संपर्क कर सकता है। स्थानीय पुलिस की मदद से यह मदद लोगों तक पहुंचाई जा रही है। इस समय प्रशासन को ऐसे लोगों और संस्थाओ के सहयोग की जरूरत है।
मनदीप सिंह बराड़, डीसी, चंडीगढ़।