लोकसभा चुनाव में इस बार लड्डुओं से नहीं तोले जा सकेंगे उम्मीदवार, जानें क्या है वजह
इस साल चंडीगढ़ में होने वाले लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दल के नेता चुनाव लड़ रहे अपने उम्मीदवारों को लड्डू से नहीं तोल पाएंगे।
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। इस साल लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दल के नेता चुनाव लड़ रहे अपने उम्मीदवारों को लड्डुओं से नहीं तोल पाएंगे। क्योंकि शहर में अब कहीं पर भी मैनुअल तराजू (तकड़ी) नहीं मिलती है। हर व्यापारी इस समय इलेक्ट्राॅनिक तराजू का ही प्रयोग कर रहे हैं। ऐसे में लड्डू से तोलने का सिस्टम अब लागू नहीं हो पा रहा है। सोमवार को आम आदमी पार्टी की ओर से उम्मीदवार हरमोहन धवन को सेक्टर-22 में लड्डू से तोलने की घोषणा की गई, लेकिन मैनुअल तराजू नहीं मिलने के कारण पार्टी ऐसा नहीं कर पाई। ऐसे में भी मंगवाए गए लड्डू समर्थकों और लोगों में बांटे गए। मंगलवार को भी पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन को सेक्टर-20 में तोलने का कार्यक्रम था, लेकिन तराजू नहीं मिलने से यहां पर भी लड्डू बांटने का कार्यक्रम किया गया।
सिक्कों से तोलने पर लग चुकी है पाबंदी
मालूम हो कि इससे पहले चुनाव के समय नेताओं को सिक्कों से तोला जाता था। लेकिन अब नेताओं को सिक्कों से तोलने के सिस्टम पर पाबंदी लगाई जा चुकी है।पिछले लोकसभा चुनावों में देखा गया है कि उम्मीदवार के वजन के हिसाब से समर्थक लड्डू मंगवाकर तोलते थे। बाद में वह लड्डू बांट दिए जाते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा।
मिठाई वालों की रहेगी चांदी
शहर में अब सभी राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव के दौरान मिठाई वालों की चांदी रहेगी।इसके साथ ही टैंट वालों का भी कारोबार बढ़ जाएगा। क्योंकि नेताओं को जहां पर भी कार्यक्रम करने हैं, वहां पर टैंट लगाए जाएंगे।उम्मीदवार पर सबसे ज्यादा खर्चा टैंट का ही पड़ता है।