पीयू कैंपस में अब बिछेगी गैसपाइप लाइन, हास्टल और स्टूडेंट्स सेंटर पर भी मिलेगी सुविधा
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में अब गैस पाइप लाइन बिछाने की तैयारी है।
डा. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में अब गैस पाइप लाइन बिछाने की तैयारी है। पीयू प्रशासन ने सेक्टर-14 मैन कैंपस और सेक्टर-25 स्थित पूरे साउथ कैंपस में गैस पाइप लाइन का जाल बिछाने की तैयारी शुरू कर दी है। देश की एक नामी कंपनी को प्रोजेक्ट का ठेका देने का प्रपोजल अंतिम चरण में है। कुछ मामलों पर सहमति बनते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। पीयू स्थित कर्मचारियों और प्रोफेसर्स के 500 घरों में पाइप लाइन से ही गैस की सप्लाई होगी। नए सिस्टम को लागू करने के लिए पीयू कुलपति की ओर से कमेटी का गठन किया गया था।
शुक्रवार को गैस पाइप लाइन प्रोजेक्ट को लेकर अहम बैठक हुई, जिसमें कंपनी के साथ करार को अंतिम रूप देने पर विस्तार से चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार गैस पाइप लाइन सर्वे का काम पूरा हो चुका है। गैस पाइप लाइन से कर्मचारियों को गैस सिलेंडर पर होने वाले खर्च में आधे से भी अधिक का फायदा होने की उम्मीद है। पीयू प्रशासन ने नए सिस्टम को लागू करने से पहले पीयू शिक्षकों और कर्मचारियों की सेक्टर-49 स्थित पुष्पक सोसायटी के घरों में गैस पाइप लाइन का सर्वे भी किया है। इसके बाद अब पीयू कैंपस में नए सिस्टम को लागू किया जाएगा। दो महीने के देने होंगे 700 रुपये
पीयू कर्मचारियों को गैस पाइप लाइन के लिए पांच हजार रुपये सिक्योरिटी और 118 रुपये अन्य चार्ज के देने होंगे। गैस कनेक्शन के दो महीने का बिल करीब 700 रुपये प्रस्तावित है। कैंपस स्थित घरों के साथ ही सभी हास्टल और स्टूडेंट सेंटर की दुकानों में भी पाइप लाइन से ही गैस की सप्लाई होगी। हास्टल में सब्सिडी रेट पर, जबकि पीयू के स्टूडेंट सेंटर स्थित दुकानदारों को मार्केट रेट पर गैस की सप्लाई की जाएगी। कंपनी छह महीने के भीतर पूरे कैंपस में पाइप लाइन से गैस की सप्लाई शुरू कर देगी। कुलपति आफिस ने नहीं दिया जवाब, चांसलर को शिकायत
पीयू के पूर्व सीनेटर डा. सुभाष शर्मा ने कुलपति दफ्तर की ओर से चांसलर आफिस से निर्देशों के बावजूद पत्र का जवाब नहीं देने पर शिकायत की है। डा. शर्मा ने चांसलर को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि पीयू में कुलपति को छोड़ सभी पदों पर अधिकारियों की वर्षो से अस्थायी नियुक्ति की हुई है। कुलपति द्वारा मनमाने ढंग से चेहतों को एक साथ कई बड़े पद दिए हुए हैं। मामले में चांसलर आफिस की ओर से पीयू कुलपति को 27 अक्टूबर को मामले में डा. सुभाष शर्मा को जवाब देने के निर्देश हुए थे, लेकिन एक महीना बीतने के बाद भी पीयू कुलपति दफ्तर की ओर से ऐसा नहीं किया गया।