हरियाणा में SAD-BJP alliance टूटने से Punjab Bye election पड़ेगा असर
हरियाणा में शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन टूटने का असर पंजाब उपचुनाव पर पड़ सकता है।
जेएनएन, चंडीगढ़/अमृतसर। हरियाणा में शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन टूटने का असर पंजाब उपचुनाव पर पड़ सकता है। यह गठबंधन ऐसे समय में टूटा है, जब भाजपा पंजाब में शिअद से ज्यादा सीटों की मांग कर रही है। दूसरी तरफ चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव घोषित हो चुके हैं। यह उपचुनाव दोनों ही पार्टियों के लिए अपना रसूख बचाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं। हरियाणा में शिअद के एकमात्र विधायक के भाजपा में शामिल होने से दो माह से चली आ रही गठबंधन की खींचतान भी खत्म हो गई है।
हरियाणा में भले ही शिअद व भाजपा अकेले चुनाव लड़ेंगे, लेकिन इस बात को लेकर सवाल खड़ा हो गया है कि इसका पंजाब में कितना और क्या असर पड़ेगा। पंजाब में शिअद के साथ संबंध रखने को लेकर भाजपा में समीक्षा की मांग भी उठती रही है। लोकसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही है। इस वक्त भाजपा 117 में से 23 सीटों पर चुनाव लड़ती है।
हालांकि, अकाली दल और भाजपा दोनों ही पंजाब में इसका असर न होने की बात कर रहे हैं, लेकिन हरियाणा का असर पंजाब पर कितना पड़ेगा, इसका पता उपचुनाव में ही चलेगा। हर चुनाव में दोनों ही पार्टियों की खींचतान हमेशा जगजाहिर होती रही है। चार विस सीटों पर उपचुनाव में जलालाबाद और दाखा सीट पर अकाली दल तो फगवाड़ा और मुकेरियां सीट पर भारतीय जनता पार्टी चुनाव लड़ती हैं।
भाजपा ने विश्वासघात किया, फैसला अनैतिक व दुर्भाग्यपूर्ण: सुखबीर
शिअद विधायक को भाजपा में शामिल करने पर शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कड़ी नाराजगी जताई है। वे अपनी पत्नी व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने श्री हरिमंदिर साहिब में शुरू की गई श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पाठों की शृंखला के भोग पर नतमस्तक होने पहुंचे थे। हरसिमरत ने इस मुद्दे पर चुप्पी बनाए रखी।
सुखबीर ने कहा, 'भाजपा ने जो किया वह अनैतिक व दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा ने गठबंधन धर्म से विश्वासघात किया है। इसे सहन नहीं किया जा सकता। हर रिश्ते में एक मर्यादा होती है और शिअद के सिटिंग एमएलए को अपने पाले में शामिल कर भाजपा ने गठबंधन की गरिमा का उल्लंघन किया है। मर्यादा को तार-तार किया है। अकाली दल हमेशा ही भाजपा का हर एजेंडे पर राष्ट्रीय स्तर पर साथ देता रहा है।'
अपने दम पर खड़े करेंगे उम्मीदवार
सुखबीर ने कहा, 'हरियाणा की वजह से दिल्ली व पंजाब के गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हरियाणा में पहले हमारा कोई गठबंधन नहीं था, लेकिन हमारे साथ एक प्रतिबद्धता थी, क्योंकि हम उनके पुराने सहयोगी हैं। शिअद हरियाणा में अपने बल पर उम्मीदवार खड़े करेगा।'
अमरिंदर सिंह पूरी तरह आयोग्य
सुखबीर ने कहा कि शिअद राज में कैप्टन शिअद पर आरोप लगाते थे, लेकिन अब पाकिस्तान से ड्रोन से हथियार आने पर कैप्टन कहने लगे हैं कि सब कुछ पाकिस्तान करवा रहा है। इसमें कांग्रेसी नेताओं के समर्थक मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री के रूप में कैप्टन अमरिंदर सिंह पूरी तरह आयोग्य व्यक्ति सिद्ध हो रहे हैं।
पंजाब में गठबंधन पर असर नहीं: श्वेत मलिक
भाजपा के प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक का कहना है कि हरियाणा का असर पंजाब पर नहीं पड़ेगा। दोनों पार्टियां एकजुट होकर पंजाब की चार सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी और जीतेगी भी। पंजाब में हमारी चुनौती कांग्रेस को हराने को लेकर है, जिसकी वजह से जनता त्रस्त है।
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