स्टाल को लेकर सेक्टर-17 और 22 के व्यापारी नाराज, बोले- वेंडर्स को मंजूरी तो हमें क्यों नहीं Chandigarh News
व्यापारियों का कहना है कि उनके यहां पर वेंडर्स को बैठने की मंजूरी मिल सकती है। लेकिन जो स्थायी दुकानदार प्रापर्टी टैक्स भी अदा करते हैं उन्हें स्टाल लगाने की मंजूरी नहीं दी जा रही।
चंडीगढ़, जेएनएन। नगर निगम ने फेस्टिव सीजन के दौरान बाजारों में स्टाल लगाने की मंजूरी दे दी है। जहां एक ओर इस फैसले से शहर के व्यापारी खुश हैं, तो वहीं सेक्टर-17 और 22 के व्यापारी नाराज हैं। दरअसल, नगर निगम ने इन दोनों सेक्टरों के बाजारों में स्टाल की मंजूरी देने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में सेक्टर-17 और 22 के व्यापारियों का कहना है कि उनके यहां पर वेंडर्स को बैठने की मंजूरी मिल सकती है। लेकिन जो यहां के स्थायी दुकानदार है और नगर निगम को प्रापर्टी टैक्स भी अदा करते हैं, उन्हें अपनी दुकानों के बाहर स्टाल लगाने की मंजूरी नहीं दी जा रही है। अपनी इस मांग को लेकर सेक्टर-17 के व्यापारी अपने यहां पर मंजूरी लेने के लिए अभियान छेड़ने जा रहे हैं। मालूम हो कि नगर निगम ने सेक्टर-17 को नो वेंडिंग जोन बनाने का फैसला लिया हुआ है। इसलिए यहां पर स्टाल को मंजूरी नहीं दी जा रही है।
व्यापार मंडल के महासचिव एवं सेक्टर-17 के व्यापारी संजीव चढ्ढा का कहना है कि हर साल उनके यहां पर व्यापारियों को स्टाल की मंजूरी मिलती है तो इस बार क्यों नहीं। उन्होंने बताया कि नगर निगम कमिश्नर को वह जल्द ही इस मामले में मिलने जा रहे हैं। व्यापार मंडल के चेयरमैन चरणजीव सिंह का कहना है कि जब वेंडर्स को सेक्टर-17 और 22 में बिठाया जा रहा है तो व्यापारियों को क्यों नहीं, जिनकी यहां पर स्थायी दुकानें हैं।
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