बिल्डरों से जुड़े कई अहम रिकार्ड गायब, रद हो सकते हैं लाइसेंस
जीरकपुर में बिल्डरों को नियमों को ताक में रख कर फायदा पहुंचाने के मामले में विजिलेंस की ओर से बिल्डरों से पूछताछ की जा सकती है।
जासं, मोहाली : जीरकपुर में बिल्डरों को नियमों को ताक में रख कर फायदा पहुंचाने के मामले में विजिलेंस की ओर से बिल्डरों से पूछताछ की जा सकती है। मामले में बिल्डरों को जांच में हिस्सा लेने के लिए कहा जा सकता है। विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों का कहना है कि बिल्डरों की ओर से रिकॉर्ड से कुछ छेड़छाड़ की गई है। मामले में कुछ रिकॉर्ड भी गायब कर दिया गया है।
हाल ही में इस मामले में स्थानीय निकाय विभाग की ओर से जीरकपुर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी मनदीप गिल को निलंबित कर दिया गया था। इस केस में पाया गया है कि आठ बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को ताक पर रख कर कंपलीशन सर्टिफिकेट जारी कर दिए गए। 21 एकड़ के प्रोजेक्ट को स्थानीय स्तर पर पास कर दिया गया। जबकि कार्यकारी अधिकारियों के पास सिर्फ पांच एकड़ तक की पावर है।
विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों के मुताबिक माया गार्ड मेगनेशिया, रायल सिटी पेसिफिक, मोतिया, जीबीपी, सुषमा, ग्रीन लोटस सक्षम के प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया है। विजिलेंस अफसर अतुल शर्मा ने बताया कि पूरे रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि मामले से जुड़े रिकॉर्ड में बहुत सारी अनियमिताएं हैं। इसकी जांच पूरा करने में समय लगेगा। कुछ और अफसरों पर भी गिर सकती है गाज
उन्होंने बताया कि मामले में कुछ अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है। क्योंकि बिल्डरों के साथ कुछ कर्मचारी भी मिले हुए है। जिन से पूछताछ जारी है। इस मामले में पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्मामोहिद्रा की ओर से जांच के आदेश दिए गए थे। इसके बाद स्थानीय निकाय विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय कुमार की ओर से जीरकपुर के कार्यकारी को निलंबित किया गया था। गौरतलब है कि शुरुआती पांच महीनों में तीन कार्यकारी अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है, लेकिन बिल्डरों के साथ मिलकर कर्मचारी घपलेबाजी करने से चूक नहीं रहे हैं। हालांकि अब बिल्डरों पर भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है।