कोमल ने पिता से सीखे बॉक्सिंग के गुर, नेशनल चैंपियनशिप में जीता सिल्वर मेडल
जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में शहर की बॉक्सर कोमल ने सिल्वर मेडल जीता है।
विकास शर्मा, चंडीगढ़। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में आयोजित जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में शहर की बॉक्सर कोमल ने सिल्वर मेडल जीता है। गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ने वाली कोमल ने बताया कि पूरे टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है, लेकिन वे गोल्ड मेडल से जीतने से चूक गई। कोमल इससे पहले यूटी इंटर स्कूल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कोमल ने 3 गोल्ड, अंडर-17 पंजाब स्टेट चैंपियनशिप में 2 गोल्ड, देहरादून में आयोजित अंडर-17 जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है।
इसके अलावा बठिंडा के तलवंडी साबो में आयोजित जूनियर पंजाब स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कोमल बेस्ट बॉक्सर रहीं। कोमल का चयन खेलो इंडिया के लिए भी चयन हुआ है, यह गेम्स महाराष्ट्र के पुणे में 13 जनवरी से आयोजित होंगे।
पिता बेटी के साथ सिखाते हैं गरीब बच्चों को बॉक्सिंग
कोमल की बॉक्सिंग ज्वाइन करने की कहानी भी बेहद रोचक है, दरअसल कोमल के पिता जोगिंदर कुमार पंजाब पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। जोगिंदर सिंह खुद तीन ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में मेडल जीत चुके हैं, लेकिन वह इंटरनेशनल प्रतियोगिता में मेडल जीत सकें। उन्हें स्पोर्ट्स कोटे से ही पुलिस की नौकरी मिली थी। इंटरनेशनल प्रतियोगिता में मेडल न जीतने के इसी मलाल को पूरा करने के मकसद से जोगिंदर सिंह अब रोज अपनी बेटियों के साथ गरीब बच्चों को बॉक्सिंग सिखाते हैं।
मेरे सिखाए बॉक्सर दिखा रहे हैं कमाल
जोगिंदर कुमार ने बताया कि साल 2009 से वे गरीब बच्चों को बॉक्सिंग के गुर सिखा रहे हैं। कोचिंग के साथ इन खिलाड़ियों को तमाम तरह की बॉक्सिंग से जुड़ा सामान भी जो¨गदर मुहैया करवाते हैं। जोगिंदर ने बताया कि उनकी सिखाई हुई कोमल खेलो इंडिया में खेलने जा रही हैं, पिछली बार खेलो इंडिया में सिल्वर मेडल जीतने वाली सिमरन और मानित ने भोपाल में आयोजित इंटर स्कूल अंडर-19 बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है।