अपने नवजात को पाने के लिए अदालत की शरण में पहुंची मां
जासं, मोहाली : बलौंगी के आजाद नगर की रहने वाली अनीता अपने दो महीने के नवजात को पाने के लिए हाईकोर्ट पहुंची है।
जासं, मोहाली : बलौंगी के आजाद नगर की रहने वाली अनीता अपने दो महीने के नवजात को पाने के लिए अब हाई कोर्ट पहुंची है। उसने बच्चे की कस्टडी के लिए अदालत से गुहार लगाई है। मामले में पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने होम सेक्रेटरी , एसएसपी मोहाली व चाइल्ड वेलफेयर मोहाली को नोटिस भेजकर 2 नवंबर तक तक जवाब तलब किया है। इस मामले में जन्म देने वाली मा के होते हुए नवजात बच्चा चाइल्ड वेलफेयर की कस्टडी में है।
अत्याचार व भ्रष्टाचार विरोधी फ्रंट के प्रधान बलविंदर सिंह कुंभडा ने बताया कि नवजात की असल मा के होते हुए बच्चे की परवरीश चाइल्ड वेलफेयर की कस्टडी में की जा रही है।
दरअसल दो महिलाओं की नासमझी का खामियाजा दो माह का मासूम भुगत रहा है। दोनों महिलाएं बच्चे को हासिल करने के लिए थाने से लेकर जिला बाल सुरक्षा के दफ्तर तक पहुंच चुकी थी। डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड प्रोटेक्शन वेलफेयर की जिस कमेटी को मामला हल करने के लिए तैनात किया गया था उस कमेटी ने नवजात को दोनों महिलाओं को न देकर अपनी कस्टडी में रख लिया। यह है मामला
गौरतलब है कि बलौंगी आजाद नगर में रहने वाली अनीता का पति उसे गर्भवती छोड़ कहीं चला गया। वह पहले ही अपने दम पर दो बच्चों का पालन पोषण कर रही थी। अनीता ने अपनी कहानी बलौंगी आदर्श नगर की रहने वाली सुरिंदर कौर से बताई तो उनमें करार हुआ कि डिलिवरी का खर्च उठाने पर सुरिंदर कौर नवजात को अपने पास रख सकती है। सुरिंदर कौर ने 10 अगस्त को अनीता की डिलीवरी फेज-3बी1 की कोठियों में बने एक प्राइवेट क्लीनिक में करवा दी। अनीता ने पुत्र को जन्म दिया। आरोप है कि सुरिंदर कौर बच्चे को लेकर फरार हो गई। बाद में मामला चाइल्ड वेलफेयर के पास पहुंचा। नशीले इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार युवक दोषी करार
जासं, चंडीगढ़ : नशीले इंजेक्शन के साथ पकड़े गए युवक को मंगलवार को जिला अदालत ने सुनवाई करते हुए दोषी करार दिया। अब मोहाली के रहने वाले सन्नी को 22 अक्टूबर को सजा सुनाई जाएगी। सन्नी को पुलिस ने पिछले साल 20 नशीले इंजेक्शस के साथ गिरफ्तार किया था।
21 सितंबर 2017 को दर्ज केस के मुताबिक पुलिस की टीम सेक्टर-56 के पेट्रोल पंप के पास पेट्रोलिंग कर रही थी। तभी पुलिस को सेक्टर-56 से एक युवक आता नजर आया। उसके हाथ में सफेद रंग का लिफाफा था। पुलिस को देखकर उसने भागने की कोशिश की, लेकिन शक होने पर उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में उसके पास से 20 नशीले इंजेक्शन मिले।