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मोहाली के मायो हॉस्पिटल में Remdesivir की ब्लैक मार्केटिंग कर रहा था कर्मचारी, अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को दी शिकायत

कोविड-19 के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की कालाबाजारी थम नहीं रही है। नया मामला मोहाली के मायो अस्पताल में सामने आया है। जहां पर अस्पताल का फाइनेंस एडवाइजर मरीजों के नाम पर मिलने वाले इंजेक्शन को अस्पताल से इश्यू करवाकर बाहर ब्लैक में बेच रहा था।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Wed, 19 May 2021 04:25 PM (IST)Updated: Wed, 19 May 2021 04:25 PM (IST)
मोहाली के मायो हॉस्पिटल में Remdesivir की ब्लैक मार्केटिंग कर रहा था कर्मचारी, अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को दी शिकायत
मोहाली के मायो अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग कर रहा था कर्मचारी।

मोहाली, [रोहित कुमार]। कोविड-19 के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की कालाबाजारी थम नहीं रही है। नया मामला मोहाली के मायो अस्पताल से सामने आया है। जहां पर अस्पताल का फाइनेंस एडवाइजर मरीजों के नाम पर मिलने वाले इंजेक्शन को अस्पताल से इश्यू करवाकर बाहर ब्लैक में बेच रहा था। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर मुकेश कुमार के खिलाफ एसएसपी मोहाली और प्रशासन को शिकायत दी है। शिकायत की एक कापी थाना फेज-8 प्रभारी को भी भेजी गई है।

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शिकायत मिलने के बाद प्रशासन की ओर से जांच शुरू कर दी गई है। प्रशानिक अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस मामले में सख्त कार्रवाई होगी। ध्यान रहे कि बीते मंगलवार को ही मोहाली प्रशासन ने जीरकपुर के सिटी लाइफ अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज किया था। प्रशासन की ओर से अस्पताल में इलाज के लिए रेट व नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है, ताकि मरीजों व तिमारदारों को लूट से बचाया जा सके।

ये है रेमडेसिविर को लेकर गाइडलाइन

ध्यान रहे कि रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर प्रशासन व सेहत विभाग की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। किस मरीज को टीके की कितनी डोज लगी। इसकी जानकारी मरीज के आधार कार्ड व ट्रीटमेंट चार्ट के साथ सिविल सर्जन ऑफिस को भेजी जाती है। रिपोर्ट के साथ मरीज की कोविड टेस्ट की आरटीपीसीआर रिपोर्ट भी जाती है।

ये चल रहा था अस्पताल में खेल

जिस कर्मचारी के खिलाफ शिकायत दी गई है। उसमें बताया गया है कि मरीज के नाम पर अस्पताल में इंजेक्शन अलॉट करवा लिए जाते थे। लेकिन मरीज को इंजेक्शन लगाने की बजाय बाहर महंगी कीमतों पर इन इंजेक्शन को बेचा जा रहा था। दो तीन मरीजों के तिमारदारों को इसका शक हुआ तो मामला प्रबंधन तक पहुंचा। इसके बाद प्रबंधन ने प्रशासन को अप्रोच किया।

ये बोले अधिकारी

मोहाली के एसडीएम जगदीप सहगल ने बताया कि मायो अस्पताल की तरफ से शिकायत आई है। इस पर कार्रवाई की जाएगी। टीके किसको बेचे गए कैसे और कहां दिए गए, इसकी पूरी जांच होगी और गिरफ्तारियां व मामले भी दर्ज होंगे। उधर मायो अस्पताल के डॉ. दीपक त्यागी, डॉ. मनोज शर्मा, डॉ. वरिंदर धनकड़ इस मामले को लेकर एसएसपी मोहाली और एसडीएम को भी मिले हैं।


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