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पंजाब में नगर निगम व काउंसिल चुनाव के लिए कांग्रेस पर दबाव नहीं बनाएगी भाजपा

पंजाब मेें भाजपा नगर निगम और नगर परिषद चुनाव के लिए दबाव नहीं बनाएगी। कोरोना संकट के कारण नगर निगम व नगर परिषद चुनाव में देरी हो रही है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 01:13 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 01:13 PM (IST)
पंजाब में नगर निगम व काउंसिल चुनाव के लिए कांग्रेस पर दबाव नहीं बनाएगी भाजपा
पंजाब में नगर निगम व काउंसिल चुनाव के लिए कांग्रेस पर दबाव नहीं बनाएगी भाजपा

चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। भारतीय जनता पार्टी पंजाब में नगर निगम व नगर परिषद चुनाव के लिए कैप्‍टन अमरिंदर सिंह सरकार पर कोई दबाव नहीं बनाएगी। भाजपा कोरोना वायरस की महामारी के दौरान कांग्रेस को यह बोलने का मौका नहीं देना चाहती कि वह वोटों की राजनीति कर रही है। वहीं, अकाली दल का कहना है कि सरकार को अपनी तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए।

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पंजाब में नौ नगर निगमों व 117 नगर परिषदों में होने हैं चुनाव

पंजाब में नौ नगर निगमों और 117 नगर परिषदों के चुनाव लंबित हैं। इन नगर निगमों व नगर परिषदों का कार्यकाल मार्च से 26 अप्रैल के बीच पूरा हो गया है। म्युनिसिपल एक्ट-1911 के अनुसार कार्यकाल पूरा होने के छह माह में चुनाव करवाने होते हैं। इसके अनुसार सितंबर से लेकर अक्टूबर 26 के बीच में सरकार को चुनाव करवाने होंगे। हालांकि, कोरोना वायरस की महामारी के दौरान चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों की राय अलग-अलग है।

कांग्रेस में मतभेद, शिअद ने कहा- तैयारी करे सरकार

वहीं, कांग्रेस में भी चुनाव को लेकर मत भिन्नता है। जिन शहरी क्षेत्रों में चुनाव होने हैं, वहां के विधायक चाहते हैं कि चुनाव को थोड़ा लंबा खींचा जाए, क्योंकि बरसात के ठीक बाद चुनाव करवाना कांग्रेस के लिए नुकसानदायक हो जाएगा। पहले ही कोरोना वायरस के कारण शहरी क्षेत्रों का विकास कार्य प्रभावित हुआ है। बरसात में इसकी स्थिति और अधिक बुरी हो जाएगी। ऐसे में अगर सरकार चुनाव करवाती है तो इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है।

क्या है पार्टियों की राय

भारतीय जनता पार्टी के प्रधान अश्वनी शर्मा का कहना है कि भाजपा अपनी तैयारी कर रही है, लेकिन पार्टी सरकार पर जल्द चुनाव करवाने के लिए दबाव नहीं बनाएगी। हम नहीं चाहते कि कांग्रेस पार्टी को यह कहने का मौका मिले कि हम चुनाव की राजनीति कर रहे हैं।

शिरोमणि अकाली दल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डॉ. दलजीत सिंह चीमा कहते हैं कि यह बात ठीक है कि माहौल खराब है, लेकिन सरकार के सभी विभाग अपना-अपना काम कर रहे हैं। चुनाव विभाग को भी अपना काम शुरू कर देना चाहिए। जब माहौल अनुकूल हो तो चुनाव करवा लिए जाएं।

आम आदमी पार्टी के विधायक दल के नेता हरपाल चीमा का कहना है कि आम आदमी पार्टी सैद्धांतिक रूप से चुनाव लड़ेगी। हालांकि, अंतिम फैसला सरकार को करना है कि वह चुनाव कब करवाती है। स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोङ्क्षहदरा का कहना है कि अभी हमारा पूरा फोकस कोरोना वायरस को मात देने पर लगा हुआ है। चुनाव को लेकर कैबिनेट में विचार किया जाएगा।

क्या है विकल्प

पंजाब सरकार अगर नगर निगम व नगर परिषद के कार्यकाल खत्म होने के छह माह के भीतर चुनाव नहीं करवाती है, तो उसे अध्यादेश लाना होगा। अध्यादेश लाकर ही वह समय को आगे बढ़ा सकती है।


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