धर्मगुरु पंचेम लामा के जन्मदिवस पर निकाली बाइकर्स रैली
तिब्बत के धर्मगुरु पंचेम लामा गेडन चौकी नइमा के 30वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर तिब्बत यूथ कांग्रेस और स्टूडेंट फॉर ए फ्री तिब्बत की तरफ से बाइक रैली का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : तिब्बत के धर्मगुरु पंचेम लामा गेडन चौकी नइमा के 30वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर तिब्बत यूथ कांग्रेस और स्टूडेंट फॉर ए फ्री तिब्बत की तरफ से बाइक रैली का आयोजन किया गया। यह रैली 23 अप्रैल को हिमाचल के धर्मशाला से शुरू की गई और 25 अप्रैल को दिल्ली में खत्म होगी। जहां पर गृहमंत्री और सांसदों को मांगपत्र दिया जाएगा ताकि दुनिया चीन पर दबाव डालकर धर्मगुरु पंचेम लामा गेडन चौकी नइमा को रिहा करे।
तिब्बत यूथ कांग्रेस के प्रेसिडेंट तेनजिन जिग्मे ने बताया कि चीन ने धोखे से 17 मई 1995 को धर्मगुरु पंचेम लामा को अगवा कर लिया था। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रेशर डालने के बाद चीन ने 2015 में बयान दिया कि वह पढ़ाई कर रहे हैं और वह परेशान नहीं होना चाहते। 24 साल से उन्होंने कभी भी धर्मगुरु को दिखाया तक नहीं और खुद चीन ने अपना एक धर्मगुरु तिब्बत में लगा दिया है, जिसे तिब्बती लोग मानना नहीं चाहते हैं। पंचेम लामा को तिब्बत के हवाले किया जाए तेनजिन जिग्मे ने बताया कि पंचेम लामा को छह साल की उम्र में कैद कर लिया गया था। उसके बाद उनके बारे में कोई भी जानकारी तिब्बत या फिर दुनिया को नहीं दी है। उन्होंने कहा कि उनके जन्मदिन पर हम रैली निकाल की मांग करते हैं कि उन्हें जल्द तिब्बत के हवाले किया जाए ताकि हम अपने तरीके से जीवन यापन कर सके। दलाई लामा के बाद आता है पंचम लामा का स्थान
तिब्बत के लोग देश का शासन दलाई लामा के नियमानुसार चलाते है। दलाई लामा को सहयोग करने वाले पंचम लामा होते है। अगवा किए गए पंचेम लामा 11वें स्थान के है इससे पहले दसवें पंचेम लामा को चीन ने जेल में रखते हुए ही मार दिया था। ग्यारहवें पंचेम लामा को अगवा करने के बाद चीन ने अपना पंचेम लामा नियुक्त किया हुआ है जिसे कोई भी मानना नहीं चाहते।