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कूड़ा उठाने वाली गाड़ी चलाकर आतंकियों को फंडिंग करता था भूपिंदर, रिमांड में किए कई खुलासे

भूपिंदर सिंह सउदी अरब में दिलावर सिंह के नाम से रह रहा था। सउदी अरब में भूपिंदर सिंह कूड़ा उठाने वाली गाड़ी चलाता था।

By Sat PaulEdited By: Published: Wed, 09 Jan 2019 04:21 PM (IST)Updated: Wed, 09 Jan 2019 04:21 PM (IST)
कूड़ा उठाने वाली गाड़ी चलाकर आतंकियों को फंडिंग करता था भूपिंदर, रिमांड में किए कई खुलासे
कूड़ा उठाने वाली गाड़ी चलाकर आतंकियों को फंडिंग करता था भूपिंदर, रिमांड में किए कई खुलासे

जेएनएन, मोहाली। बब्बर खालसा व खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेएफ) को विदेश से फंडिंग करने के आरोपित भूपिंदर सिंह उर्फ दिलावर सिंह से पुलिस को अहम लीड मिली है। रिमांड के दौरान भूपिंदर सिंह से कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिससके आधार पर पुलिस आने वाले समय में कुछ लोगों को गिरफ्तार कर सकती है। इस मामले को पंजाब स्टेट स्पेशल सेल के एआइजी वरिंदरपाल सिंह खुद हैंडल कर रहे हैं।

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सउदी अरब में नाम बदल कर रहा था भूपिंदर

भूपिंदर सिंह नाम बदलकर सउदी अरब में दिलावर सिंह के नाम से रह रहा था। सउदी अरब में भूपिंदर सिंह कूड़ा उठाने वाली गाड़ी चलाता था। जोकि वहां पर बनारसी नाम के युवक के संपर्क में आया। दोनों ही बब्बर खालसा के लिए काम कर रहे थे। सूत्रों से पता चला है कि जो वेस्ट लोहे का सामान हथियार बनाने के काम आता है, उस वेस्टेज को दोनों कूड़े से निकालकर अपने पास स्टोर करते थे। ताकि उस रॉ मेटीरियल का इस्तेमाल हथियार बनाने के काम आ सके। सूत्रों से यह भी पता चला है कि इस सामान को वह गैरकानूनी ढंग से जत्थेबंदियों तक पहुंचाता था। इंटेलिजेंस ने बनारसी नाम के युवक का बैकग्राउंड का पता लगाना भी शुरू कर दिया है।

फेसबुक के जरिये बब्बर खालसा जत्थेबंदियों से हुआ संपर्क

सूत्रों के अनुसार भूपिंदर सिंह फेसबुक के जरिये बब्बर खालसा जत्थेबंदियों के संपर्क में आया था। फेसबुक के जरिये वह बब्बर खालसा के समर्थकों को प्रमोट व उनका प्रचार भी करता था। खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से राबता कायम करने के लिए उसने उन्हें फंडिंग करनी शुरू की थी। जिन बब्बर खालसा के लोगों को भूपिंदर सिंह ने फंडिंग की, उनके निशाने पर जगदीश टाइटलर व कई हिंदू नेता थे। फिलहाल इंटेलिजेंस इस बात का पता भी लगा रही है कि अब तक मारे गए कितने हिंदू नेताओं के केस में उसके द्वारा फंडिंग की जा चुकी है।

आठ साल से था सउदी अरब में

जिक्रयोग है कि भूपिंदर 2010 से सउदी अरब में था और वहां से बब्बर खालसा व खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेएफ) को फंडिंग करता था। 29 मई 2017 को गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने फेज-6 स्थित बस स्टैंड से हरविंदर सिंह व अमृतपाल कौर को .32 बोर की दो पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था। बाद में हरविंदर की निशानदेही पर सीआइए पुलिस ने बब्बर खालसा के कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनकी गिरफ्तारी के बाद भूपिंदर सिंह का नाम सामने आया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए भारत सरकार की मदद से सउदी अरब एंबेसी को रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किया गया था। जिन्होंने भूपिंदर सिंह को डिपोर्ट कर भारत भेजा था। जिसे दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सीआइए ने गिरफ्तार कर लिया था। भूपिंदर गांव तेजपुर जिला लुधियाना का रहने वाला है, जिसके खिलाफ फेज-1 थाने में अान लॉ फुट एक्टीविटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। 

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