डीएसपी के खिलाफ बर्कले हुंडई के मालिक संजय बने गवाह
सीबीआइ ने शुक्रवार को बर्कले हुंडई के मालिक संजय दहूजा को गवाह बना लिया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : 40 लाख रुपये रिश्वत केस में गिरफ्तार आर्थिक अपराध शाखा ((ईओडब्ल्यू) के डीएसपी आरसी मीणा के खिलाफ सीबीआइ ने शुक्रवार को बर्कले हुंडई के मालिक संजय दहूजा को गवाह बना लिया है। सीबीआइ की स्पेशल कोर्ट ने दहुजा की गवाह बनाए जाने की एप्लीकेशन मंजूर कर ली। सीबीआइ पहले भी कोर्ट में संजय दहूजा को गवाह बनाए जाने से कोई आपत्ति नहीं होने का बयान दे चुकी है। सरकारी वकील केपी सिंह ने कोर्ट में बहस करते हुए कहा कि दहूजा को गवाह बनाए जाने से प्रॉसिक्यूशन का केस और मजबूत हो जाएगा और उन्हें मुख्य आरोपित आरसी मीणा और बिजनेसमैन अमन ग्रोवर के खिलाफ केस साबित करने में मदद मिलेगी। 29 फरवरी को बर्कले हुंडई के मालिक संजय दहूजा ने एसीजेएम तेजप्रताप सिंह रंधावा की कोर्ट में अपने सीआरपीसी की धारा 164 के बयान दर्ज करवाए थे। केस की सच्चाई कोर्ट में बताई थी। दहूजा ने कहा कि था कि उन्होंने और अमन ग्रोवर ने गुनीत कौर से 40 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी जोकि आरसी मीणा के लिए थी। संजय दहुजा ने मजिस्ट्रेट के सामने कहा था कि वे आरसी मीणा को कई साल से जानते थे। वे सिर्फ अमन ग्रोवर की फैमिली और जीएस चावला की फैमिली के बीच सेटलमेंट करवाने के लिए मध्यस्थ थे। इस रकम का उनसे कोई नाता नहीं था जबकि ये रकम आरसी मीणा को ही जानी थी। 40 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी
13 अगस्त 2015 को सीबीआइ ने रिश्वत के एक मामले में यूटी पुलिस के डीएसपी आरसी मीणा समेत बर्कले हुंडई के मालिक संजय दहूजा और सेक्टर-43 स्थित केएलजी होटल के मालिक अमन ग्रोवर को गिरफ्तार किया था। आरोप के मुताबिक चंडीगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 24 दिसंबर 2014 को सेक्टर-9 की दीपा दुग्गल की शिकायत पर चावला पेट्रोल पंप के मालिक गुरकृपाल सिंह चावला, उनकी पत्नी व बेटे के खिलाफ 6.25 करोड़ की ठगी का केस दर्ज किया था। आरोप के मुताबिक चावला परिवार को इस केस में गिरफ्तार न किए जाने के एवज में पुलिस ने 40 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी।