अब बादलों को उन्हीं के गढ़ में चुनौती देंगे कैप्टन
-इसी माह लंबी में रैली करेंगे मुख्यमंत्री, रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पर घेरेंगे --- कैलाश
-इसी माह लंबी में रैली करेंगे मुख्यमंत्री, रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पर घेरेंगे
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कैलाश नाथ, चंडीगढ़: बेअदबी कांड पर जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट आने के बाद अकाली दल-कांग्रेस में छिड़ी 'पंथ' की जंग में अब मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर सिंह भी कूद पड़े हैं। शिरोमणि अकाली दल की ओर से कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ के गांव पंजकोसी व फरीदकोट में की गई रैली के बाद अब कैप्टन ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गृह हलके लंबी में ललकारने का फैसला किया है।
विधानसभा चुनाव में भी कैप्टन अम¨रदर सिंह ने बादल को उनके घर में चुनौती दी थी और पटियाला के अलावा लंबी से भी चुनाव लड़ा था। हालांकि, इस सीट पर कैप्टन को हार का सामना करना पड़ा था।
जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट को लेकर पंजाब में छिड़ी राजनीतिक 'जंग' को धार देने के लिए डेढ़ साल बाद एक बार फिर कैप्टन लंबी में रैली करेंगे। हालांकि, रैली किस दिन होगी इसका अभी खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन तय है कि इसी माह के अंत में रैली होनी है।
एक तरफ जहां पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का कहना है कि पंजाबियों को बाटने और राज्य की शाति भंग करने पर तुली ताकतें अलग-थलग जा पड़ी है। वहीं, मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर सिंह का कहना है, 'बादलों के पास झूठ का माहौल बनाना चुनाव के दौरान धर्म का दुरुपयोग करके साप्रदायिक उन्माद पैदा करना एक बड़ा हथियार रहा है, लेकिन अब उनका असली चेहरा लोगों के सामने आ गया है। बादल झूठ बोल कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। लंबी रैली में बादलों का पर्दाफाश किया जाएगा।'
पंथ के अंदर घरेलू जंग शुरू करने वालों से टक्कर: बादल
बादल का कहते हैं, 'हमने खालसा पंथ के अंदर घरेलू जंग की शुरुआत करवाने, पंजाबियों में सांप्रदायिक बंटवारा करवाने और मुश्किल से हासिल की राज्य की शाति व भाईचारक साझ से खिलवाड़ करने की साजिशों के विरुद्ध उनके साथ सीधी टक्कर लेने का फैसला किया था। पंजाब के लोगों ने दिल खोलकर साथ दिया।'
बादल जब भी फंसते हैं तो लोगों की भावनाओं से खेलते हैं: कैप्टन
मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर सिंह का कहना है कि बादल केवल रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पर से लोगों का ध्यान हटा कर उनकी धार्मिक भावनाओं का शोषण कर रहे हैं। ऐसा वह पहली बार नहीं कर रहे। बादल की यह पुरानी आदत है। जब भी वह फंसते हैं तो लोगों की भावनाओं से खेलते हैं, लेकिन अब वह ऐसा नहीं कर पाएंगे।