अवनीत सिंह बने मिस्टर पंजाब-2018
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ के अवनीत सिंह ने मिस्टर पंजाब-2018 का खिताब अपने नाम किया ह
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ के अवनीत सिंह ने मिस्टर पंजाब-2018 का खिताब अपने नाम किया है। पंजाब के सबसे लोकप्रिय रियलिटी शो के पांचवें सीजन में टॉप-10 प्रतिभागियों में अवनीत ने फिर ये खिताब अपने नाम किया है। शुक्रवार को मोहाली के फेज-8 के दशहरा ग्राउंड में आयोजित मिस्टर पंजाब-2018 की एंक¨रग सतिंदर सत्ती ने की। इसके अलावा गायक निंजा, रजावीर जवांडा, जॉर्डन संधू, जेनी जोहल और गुरकीरत राय ने प्रस्तुति दी। फाइनल के लिए ज्यूरी में एक्टर सरगुन मेहता, बिंदू दारा सिंह, करतार चिम्मा और इंदरजीत निक्कू शामिल रहे। प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर अमृतसर से बलबीर सिंह और तीसरे स्थान में माछीवाड़ा के खुशप्रीत सिंह रहे। विजेता रहे अवनीत को एक लाख रुपये का चेक भेट किया गया। इसके अलावा बलबीर सिंह को 50 हजार और खुशप्रीत सिंह को 35 हजार का चेक भेट किया गया। मिस्टर पंजाब प्रतियोगिता ने दिया है युवाओं को एक अच्छा प्लेटफॉर्म
पीटीसी नेटवर्क के एमडी और अध्यक्ष रवींद्र नारायण ने कहा कि मुझे हर वर्ष हमारी इस प्रतियोगिता को मिलने वाले प्यार के लिए मैं बहुत खुश हूं। हर वर्ष इस प्रतियोगिता के लिए प्रतिभागियों की संख्या बढ़ रही है। इसके अलावा पंजाब के युवाओं को एक सही प्लेटफॉर्म भी मिला है, जहां से वो अपनी कामयाब यात्रा भी शुरू कर सकेंगे। कथक के रस से सब सराबोर.
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कथक की शुद्ध प्रस्तुति, जिसमें जीवन के रस को ऐसे दिखाया गया कि सब उसी रस में डूबे नजर आए। टैगोर थिएटर सेक्टर-18 में रविवार को प्राचीन कला केंद्र द्वारा कथक की प्रस्तुति रखी गई। जिसमें गुरु शोभा कौसर की शिष्या और बेटी पूर्वा द्वारा कोरियोग्राफ प्रस्तुति देखने को मिली। जिसमें 3 से 47 वर्ष तक के कलाकार शामिल हुए। गणेश वंदना से शिव स्तुति तक
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान गणेश की वंदना से हुई। जिसके बाद छोटे बच्चों ने कथक में शिव स्तुति मुझमें शिव है, को प्रस्तुत किया। इसके बाद 50 कलाकारों की टीम ने रूपक ताल पर आधारित अष्टपदी को प्रस्तुत किया गया। अगले हिस्से में कलाकारों ने कथक की बारीकियों को दर्शाती रचनाओं पर आधारित प्रस्तुति दी। इसके बाद कथक की तकनीक रूप मांड को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के इस भाग का समापन ठुमरी अलबेला सजन से सजी जुगलबंदी द्वारा किया गया। अभिनय भी झलका कथक में
कार्यक्रम के दूसरे हिस्से में अभिनय पक्ष भी देखने को मिला। जिसमें खुशी नाम से एक रचना पेश की गई। जिसमें जीवन में खुशी के महत्व को दर्शाया गया। दर्शकों ने इस नाट्य प्रस्तुति को खूब सराहा। कथक के साथ मंच पर तबला, पखावज और नगाड़ा में जयंत पटनायक ने, बैकग्राउंड म्यूजिक में पंकज बाली ने, ढोलक, ढोल, जुंबा में चेतन दिलबर ने, कीबोर्ड पर साहिल ने संगत की। कार्यक्रम के अंत में केन्द्र के चेयरमैन एसके मोंगा, रजिस्ट्रार डॉ. शोभा कौसर और सचिव सजल कौसर ने कलाकारों को सम्मानित किया।