अविराज गौतम मोहाली का टापर, प्लंबर की बेटी मनप्रीत दूसरे स्थान पर
मंगलवार को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसइबी) ने दसवीं का रिजल्ट घोषित किया। इसकी मेरिट लिस्ट में 312 विद्यार्थी शामिल हैं। मोहाली जिले में तीन विद्यार्थियों ने मेरिट लिस्ट में जगह बनाकर जिले व अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है।
जागरण संवाददाता, मोहाली : मंगलवार को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसइबी) ने दसवीं का रिजल्ट घोषित किया। इसकी मेरिट लिस्ट में 312 विद्यार्थी शामिल हैं। मोहाली जिले में तीन विद्यार्थियों ने मेरिट लिस्ट में जगह बनाकर जिले व अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है। मेरिट में जगह बनाने वाले तीनों विद्यार्थी साधारण परिवार से हैं। जिले में मेरिट लिस्ट के अनुसार पहला व दूसरा स्थान लेने वाले विद्यार्थियों का पास प्रतिशत एक सामान (97.38) है, लेकिन एज फैक्टर फार्मूले के तहत शहीद बिक्रम सिंह सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल सियालवा (मुल्लांपुर) के 14 वर्षीय अविराज गौतम को जिले का टापर चुना गया है, जबकि जीरकपुर के गांव दयालपुरा की रहने वाली 17 वर्षीय मनप्रीत कौर जिले की दूसरी टापर हैं। वहीं मुबारकपुर की रहने वाली तान्या रानी ने जिले में तीसरा स्थान हासिल किया है। अविराज का गूगल कंपनी में काम करना है सपना
अविराज के पिता रजनीश कुमार गांव सियालवा में दुकान चलाते हैं। अविराज गौतम का मेरिट में 11वां रैंक है। अविराज का पास प्रतिशत 97.38 है। बोर्ड ने उम्र के लिहाज से उसे जिले में पहला स्थान दिया है। वह तीन भाई बहन हैं। अविराज दिन में पांच से छह घंटे पढ़ाई करता था और कंप्यूटर साइंस में बी-टेक करने के बाद गूगल कंपनी में नौकरी करना उसका सपना है। अविराज इसका श्रेय अपने टीचर्स को देता है। उसका कहना है कि उसके टीचर्स ने अच्छा पढ़ाया जिस कारण उसे यह मुकाम हासिल हुआ। मनप्रीत कौर का सपना जज बनना
जीरकपुर के गांव दयालपुरा की रहने वाली मनप्रीत कौर जिले की दूसरी टापर है। पंजाब की मेरिट में उसका 11वां रैंक है। मनप्रीत कौर के पिता कुलविदर सिंह प्लंबर का काम करते हैं। मनप्रीत कौर ने बताया कि वह जज बनना चाहती है। उसने जिले में दूसरा स्थान हासिल किया है, यह खुशी उसकी स्कूल प्रिसिपल डेजी खालिद ने फोन पर उसे बताई। इसके बाद मनप्रीत स्कूल पहुंची जहां पूरे स्टाफ ने उसका मुंह मीठा करवाकर उसे बधाई दी। मनप्रीत जीरकपुर के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ती है। वह दो भाई-बहन हैं। मनप्रीत के पिता प्लंबरिग का काम करते हैं, जबकि मां सुखविदर कौर आशा वर्कर हैं। मनप्रीत ने कहा कि वह आगे आर्ट्स स्ट्रीम में एडमिशन लेगी और उसके बाद एलएलबी करेगी। उसने बताया कि वह सुबह साढ़े तीन बजे उठकर पढ़ाई करती थी और दिन में आठ से 10 घंटे उसका पढ़ाई शेड्यूल था। मनप्रीत इसका श्रेय स्कूल टीचर्स व पेरेंट्स को देती है।