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सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में शामिल टीनू की फरारी में कई पेंच, ASI प्रितपाल ने खुद मिलवाया गर्लफ्रेंड से

गैंगस्टर टीनू को भगाने के मामले में एएसआइ प्रितपाल की भूमिका की जांच हो रही है। मामले में डीजीपी गौरव यादव ने चार सदस्यीय एसआइटी का गठन किया है। प्रितपाल के घर के हथियार भी बरामद किए गए हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Wed, 05 Oct 2022 10:56 AM (IST)Updated: Wed, 05 Oct 2022 10:56 AM (IST)
सिद्धू मूसेवाला व फरार आरोपित टीनू की फाइल फोटो।

जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपित गैंगस्टर दीपक टीनू के फरारी मामले में कई पेंच हैं। सीआइए मानसा का प्रभारी एएसआइ प्रितपाल सिंह खुद टीनू को अपनी गाड़ी में घर लेकर गया और उसकी गर्लफ्रेंड से उसे मिलने का मौका दिया। 

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पुलिस अधिकारी अब यह जांच कर रहे हैं कि कहीं प्रितपाल ही तो गैंगस्टरों को हथियार सप्लाई नहीं करता था। आइजी एमएस छीना ने भी गत दिवस तीन घंटे तक आरोपित प्रितपाल सिंह से पूछताछ की। उन्होंने मानसा पुलिस को आरोपित के साथ सख्ती से पेश आने के लिए कहा है।

उन्होंने कहा कि अगर उनको यह रिपोर्ट मिली कि प्रितपाल के साथ नरमी से पेश आया जा रहा है तो ऐसे मुलाजिमों व अधिकारियों की खैर नहीं। उन्होंने प्रितपाल से बातचीत करते हुए उसको झाड़ लगाई कि उसने मानसा पुलिस ही नहीं, बल्कि पंजाब पुलिस का नाम मिट्टी में मिला दिया है।

चार सदस्यीय एसआइटी गठित

डीजीपी गौरव यादव ने पटियाला रेंज के आइजी एमएस छीना के नेतृत्व में चार सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआइटी ) का गठन किया है। एसआइटी में एआइजी उपिंदरजीत सिंह घुम्मन, एसएसपी मानसा गौरव तूरा और डीएसपी बिक्रम बरार को शामिल किया गया है। उधर, टीनू को भगाने में मदद करने के आरोपित सीआइए मानसा के प्रभारी एएसआइ प्रितपाल सिंह के घर से एक अवैध रिवाल्वर व दो पिस्तौल बरामद हुई हैं।

गर्लफ्रेंड के साथ भागा टीनू

पुलिस ने हथियारों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। इन तीनों पर किसी भी कंपनी का मार्का नहीं लगा हुआ। पुलिस पड़ताल में अब तक यह सामने आ चुका है कि प्रितपाल सिंह दीपक टीनू को उसकी महिला मित्र से मिलवाने के लिए अपने घर लेकर गया था। उनको अलग से कमरा देकर स्वयं सो गया। इसके बाद वे दोनों वहां से भाग निकले।

प्रितपाल को हथकड़ी न लगाना बना चर्चा का विषय

प्रितपाल पर केस दर्ज करने के बाद मेडिकल कराने के लिए उसे जब अस्पताल ले जाया गया तो उसको न तो हथकड़ी लगाई गई थी और न ही उसका हाथ ही पकड़ा गया था। इसके बाद जब उसको अदालत में पेश किया गया, तब भी उसका हाथ नहीं पकड़ा गया। वह आरोपितों की तरह नहीं बल्कि अधिकारी की तरह ही अस्पताल व अदालत में गया। इस कारण यह चर्चा का विषय बना हुआ है।

टीनू को भगाने में कौन-कौन शामिल, की जा रही जांच

दीपक टीनू को भगाने में ओर कौन-कौन से शामिल है, इसकी जांच की जा रही है। आइजी हेडक्वार्टर डा. सुखचैन सिंह ने कहा कि प्रितपाल सिंह का वित्तीय विवरण और और काल डिटेल भी खंगाली जा रही है। एक महीने में प्रितपाल सिंह कहां-कहां पर गया। उसने किस-किस से बात की, इसके लिए सीसीटीवी फुटेज और काल डिटेल देख रहे हैं।


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