वोट के चक्कर में पंजाब दिवस भूले केजरीवाल
-पंजाब दिवस पर पंजाब के मुद्दों पर एक शब्द नहीं बोलने से निशाने पर आए केजरीवाल -खैहरा न
-पंजाब दिवस पर पंजाब के मुद्दों पर एक शब्द नहीं बोलने से निशाने पर आए केजरीवाल
-खैहरा ने ट्वीट कर दिलाई याद, कहा- हरियाणा में होने वाले चुनाव की खातिर रहे चुप
----
इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा के चुनाव को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में पराली से होने वाले प्रदूषण के लिए पंजाब को जिम्मेवार ठहराने की जो चाल चली है, उसमें वह खुद ही फंसते नजर आ रहे हैं। उनकी अपनी ही पार्टी के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने उनके खिलाफ बयान देकर एक तीर से दो निशाने साधे हैं। खैहरा ने अरविंद केजरीवाल की ओर से उन्हें पंजाब आकर अवहेलना करने की अपनी खुन्नस निकाली है, वहीं उन्होंने केजरीवाल पर केवल हरियाणा दिवस पर ही समारोह करने और पंजाब से जुड़े हुए सभी मुद्दों की अवहेलना करने को लेकर भी निशाना साधा है।
रविंद केजरीवाल के खिलाफ एक ट्वीट करते हुए सुखपाल खैहरा ने उन्हें याद दिलाया कि 1 नवंबर को केवल हरियाणा दिवस नहीं है, बल्कि पंजाब दिवस भी है, लेकिन केजरीवाल ने पंजाब दिवस पर एक शब्द भी नहीं बोला। उन्होंने कहा, पंजाब बनने के बाद उनकी राजधानी चंडीगढ़ पंजाब को देने, नदियों के पानी को दूसरे राज्यों को न देने और पंजाबी बोलते इलाके पंजाब में शामिल किए जाने पर भी वह चुप रहे, क्योंकि वह जानते हैं कि इन सभी मुद्दों का संबंध हरियाणा से है और हरियाणा में होने वाले चुनाव की खातिर वह जानबूझकर इन मुद्दों पर चुप रहे।
बरनाला के विधायक भी उतरे केजरी के समर्थन में
अरविंद केजरीवाल की ओर से दिल्ली में प्रदूषण के लिए हरियाणा को क्लीन चिट देने को लेकर छिड़ी बहस में आम आदमी पार्टी के विधायक भी कूद गए हैं। पार्टी नेता केजरीवाल का बचाव करते हुए बरनाला से विधायक मीत हेयर ने कहा कि केजरीवाल ने पंजाब के किसानों को नहीं बल्कि पंजाब सरकार की नीतियों को दिल्ली में प्रदूषण के लिए जिम्मेवार ठहराया है। काबिले गौर है कि कल केजरीवाल ने दिल्ली में प्रदूषण के लिए पंजाब के किसानों को जिम्मेवार ठहराया था, जिनके पराली जलाने से पिछले कुछ दिनों से स्मॉग जैसी स्थिति हो गई है। उन्होंने कहा था कि हरियाणा के अंबाला क्षेत्र को छोड़कर शेष सारे स्थानों पर किसान पराली को आग नहीं लगा रहे हैं।