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शहर के विकास को फंड नहीं, पार्षदों के स्टडी टूर को सलाहकार की मंजूरी

पार्षदों और अधिकारियों के स्टडी टूर के लिए पैसे बर्बाद करने के लिए जरूर राशि है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 11:16 PM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 11:16 PM (IST)
शहर के विकास को फंड नहीं, पार्षदों के स्टडी टूर को सलाहकार की मंजूरी

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नगर निगम के पास शहर के विकास के काम करवाने के लिए फंड नहीं है लेकिन पार्षदों और अधिकारियों के स्टडी टूर के लिए पैसे बर्बाद करने के लिए जरूर राशि है। अब नगर निगम के सभी पार्षद कोलकाता और केरल (त्रिवेंदम) जा रहे हैं। जिस पर नगर निगम का 30 लाख रुपये से ज्यादा का खर्चा आ रहा है। इस पर प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा ने मंजूरी भी दे दी है। जबकि पिछले साल से लेकर अब तक जितने भी टूर गए हैं, उनमें लाखों रुपये बर्बाद करने के बावजूद इसका शहर को कोई फायदा नहीं मिला है। मेयर राजेश कालिया इस नए स्टडी टूर की मंजूरी की फाइल लेकर खुद सलाहकार के पास गए हैं। यह टूर 21 दिसंबर को जा रहा है जोकि 26 को वापस आएगा। पार्षदों को खुश करने के लिए हो रहा सब

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मेयर राजेश कालिया का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इसलिए पार्षदों को खुश करने के लिए यह टूर बनाकर तोहफा देने का प्रयास किया है। मेयर का दावा है कि इस टूर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के अलावा अन्य कई मुद्दों को स्टडी किया जाएगा। अभी दो माह पहले नगर निगम के पार्षद लेह लद्दाख गुरुद्वारे में माथा टेकने के लिए गए थे जिसे गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में धार्मिक टूर का नाम दिया गया था। इस टूर में चार महिला पार्षदों की तबीयत खराब हो गई थी। शहरवासी पार्षदों के स्टडी टूर का हमेशा ही विरोध करते रहे हैं। सैर सपाटे से ज्यादा कुछ नहीं होता टूर

इसके बावजूद उनके चुने गए पार्षद लाखों रुपये इन टूर पर खर्च करते हैं। क्राफ्ड के वाइस चेयरमैन सुरेंद्र शर्मा का कहना है कि टूर पार्षदों के सैर सपाटे से ज्यादा कुछ नहीं होता है। पिछले कई साल में जितने भी टूर गए, उनकी रिपो‌र्ट्स तक तैयार हुई लेकिन एक भी लागू नहीं हुई है।

टूर में तबीयत खराब होने से पार्षद की हो चुकी है मौत

2014 में पार्षद चेन्नई, कोलकाता और पोर्ट ब्लेयर के स्टडी टूर पर गए थे। इस टूर में उस समय तत्कालीन अकाली पार्षद मलकीयत सिंह की तबीयत खराब होने से मौत भी हो गई थी। इस विवादित स्टडी टूर के लिए जिन 13 पार्षदों से नौ-नौ हजार रुपये की रिकवरी भी ली गई थी। उनमें पूर्व मेयर अरुण सूद के अलावा पूर्व मेयर पूनम शर्मा, पूर्व डिप्टी मेयर गुरबख्श रावत, आशा जसवाल, शीला देवी, सतीश कैंथ, बाबूलाल, गुरचरण दास काला और एमपी कोहली का नाम शामिल है। क्योंकि यह पार्षद अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को सरकारी टूर पर साथ ले गए थे। जिससे टूर का खर्चा बढ़ गया था।


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