हवाई यात्रा के संबंध में समिति की सिफारिशों बोर्ड ऑफ फाइनेंस से मिली मंजूरी
पंजाब यूनिवर्सिटी में मंगलवार को हुई बोर्ड ऑफ फाइनेंस की बैठक में हुई चर्चा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी में मंगलवार को हुई बोर्ड ऑफ फाइनेंस की बैठक में अधिकारिक उद्देश्यों से हवाई यात्रा के संबंध में समिति की सिफारिशों को मंजूरी दे दी गई। केंद्र सरकार फंड के मुताबिक हवाई यात्रा पर खर्च होने वाले पैसे का रीइंबर्समेंट सिर्फ हवाई यात्रा एयर इंडिया के बराबर होना चाहिए। लेकिन यह मुआवजा तभी मिलेगा जब प्राइवेट एयरलाइन का किराया एयर इंडिया इकोनमी क्लासेज के बराबर होगा। इतना ही नहीं एयर टिकट की बुकिग अगर किसी प्राइवेट एजेंस या अनऑथराइज्ड ट्रेवल एजेंट से करवाई होगी, तो उन्हें रीइंबर्समेंट का कोई पैसा नहीं मिलेगा। वहीं एलटीसी के मामले में अगर प्राइवेट एयरलाइन (सस्ते इकोनमी क्लास) का हवाई यात्रा किराया एयर इंडिया इकोनमी क्लासेज के बराबर होगा, तब भी रि-इंबर्समेंट दे दी जाएगी। बीओएफ ने कोनी स्थित रिजनल सेंटर की बिल्डिंग की दूसरी मंजिल की खस्ता हालत पर भी चर्चा की। इस दौरान इस सेंटर की जर्जर हालत को देखते हुए पंजाब सरकार से इसे तोड़कर दोबारा निर्माण करवाने का भी विचार रखा गया। वहीं पीयू में करीब 50 वर्षो से यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों को पंजाब सरकार की ओर से मिल रही सचिवालय वेतन को खत्म करने का पत्र जारी हुआ है। जिसका विरोध करते हुए कर्मचारियों ने इस पर दोबारा विचार करने की बात कही। अन्य अधूरे कामों के लिए बजट जारी
वहीं बोर्ड ऑफ फाइनेंस की ओर से डिपार्टमेंट ऑफ इंग्लिश और कल्चरल स्टडीज के स्टाफरूम और लेंग्वेज लेब के वॉशरूम की मरम्मत के लिए करीब 8 लाख 40 हजार 200 रुपये का बजट पास किया गया। इसके अलावा ओरल सर्जरी डिपार्टमेंट के टॉयलेट और वार्ड्स के लिए 7,78,400 रुपये का बजट स्वीकार किया गया, जबकि डॉ. एचएसजे इंस्टीट्यूट आफ डेंटल साइंस एवं हॉस्पिटल में 13 पेसेंजर वाली लिफ्ट के लिए 23,53,000 रुपये के बजट को मंजूरी दी गई। इसी तरह यूआइईटी ब्लॉक में लाइब्रेरी बनाने के लिए 10 लाख 90 हजार रुपये का बजट और पीयू कैंपस में मेन गेस्ट हाऊस में पेंट्री/टॉयलेट/ड्राइवर रूम के लिए 20,83,000 रुपये का बजट दिया जाएगा। वीसी ने जल्द फंड जारी का दिया निर्देश
इस मीटिग की अध्यक्षता पीयू के वाइस चांसलर प्रो. राजकुमार ने की। जबकि फाइनेंस उप सचिव जेएस सिंह भी मौजूद रहे। इस दौरान उप सचिव एसएल बंसल, डॉ. सुरिद्र पाल, डीन यूनिवर्सिटी इंस्ट्रक्शन प्रो. शंकरजी झा, पीजीजीसीजी-42 एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दलीप कुमार, केशव मल्होत्रा, अशोक गोयल, प्रो. नवदीप गोयल और रजिस्ट्रार प्रो. कर्मजीत सिंह भी मौजूद रहे। वीसी ने सभी प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे यूनिवर्सिटी का सम्मान करें और पीयू कैंपस के रखरखाव, उत्थान और विकास के लिए समय पर पीयू को अनुदान जारी करें। इसी तरह उन्होंने पंजाब सरकार के प्रतिनिधियों से भी अनुरोध किया कि पीयू के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति और अन्य अनुदान के संबंध में देरी ने की जाए।