जज नोटकांड में एक और गवाह मुकरा, बोला- पुलिस के दबाव में दिए थे बयान
निर्मल यादव से जुड़े जज नोटकांड मामले में आइटीबीपी के जवान के मुकरने के बाद शनिवार को एक ओर गवाह बयान से पलट गया।
चंडीगढ़, जेएनएन: जस्टिस (रिटा.) निर्मल यादव से जुड़े जज नोटकांड मामले में आइटीबीपी के जवान के मुकरने के बाद शनिवार को एक ओर गवाह बयान से पलट गया। शनिवार को मामले में दो सरकारी गवाहों जयप्रकाश राणा और संजय बवेजा की गवाही होनी थी।
गवाही के दौरान जयप्रकाश राणा ने अदालत में बताया कि पुलिस को उस वक्त दिए बयान उसने पुलिस के दबाव में दिए थे। कोर्ट के पूछने पर राणा ने बताया कि उस समय एएसपी मधुर वर्मा ने उन्हें धमकाया था कि अगर वह उसके कहे मुताबिक बयान दर्ज नहीं करवाएगा तो वह उसे इसी मामले में फंसा देंगे। साथ ही राणा ने कहा कि उसने पुलिस दबाव के बारे में उस समय कोर्ट को नहीं बताया था और न ही कोई याचिका दायर की थी।
2008 में ये दिया था बयान
पुलिस और धारा 164 के तहत दर्ज कराए बयान में राणा ने उस वक्त कहा था कि, वह 13 अगस्त 2008 की शाम को ऑफिस में था। शाम 7 बजे संजीव बंसल की पत्नी ने उससे कहा कि रfवद्र ने दिल्ली से पैसे का बंडल भेजा है, जिसे निर्मल यादव को देने को बोला है। तुम किसी को नीचे भेजकर वह बंडल निर्मल यादव के घर भिजवा दो। राणा ने फोन के बाद प्रकाश राम को नीचे भेजा और पैसे लेकर निर्मल यादव के घर देकर आने के लिए कहा। लेकिन, प्रकाश वह पैकेट निर्मलजीत कौर के घर दे आया। राणा ने बताया था कि उसे नहीं पता था कि यह पैसे किस उद्देश्य से भेजे गए हैं।