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ममता का दूसरा रूप

मदर्स डे मां से जुड़ा दिवस। जिसमें ममता खास रहती है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 May 2019 09:24 PM (IST)Updated: Sat, 11 May 2019 09:24 PM (IST)
ममता का दूसरा रूप
ममता का दूसरा रूप

शंकर सिंह, चंडीगढ़ : इनके घर आते ही, आपको एक अलग खुशी महसूस होगी। ये खुशी इंसानियत की है। जो मतबल की दुनिया में मतलब तलाशने के बजाय प्यार को तलाशती हैं। इवनीत कटारिया, जिनका घर ममता का प्रतीक है। जहां 10 स्ट्रे डॉग्स को अडॉप्ट किया गया है। मनसा देवी कांप्लेक्स में रहने वालीं इवनीत बचपन से ही स्ट्रे डॉग्स के करीब रही हैं। उन्होंने कहा कि बचपन से ही इन जीवों से एक अलग लगाव रहा है। हमारा समाज इन्हें ज्यादा तव्वजो नहीं देता, मगर मेरे अनुसार ये हमारे सबसे बेहतर पालतू जानवर बन सकते हैं। क्योंकि इनके लिए ने कोई ज्यादा खर्च करना पड़ता है और हर मौसम में ये ढल भी जाते हैं। इवलीन सुबह से शाम तक स्ट्रे डॉग्स के लिए खाना भी तैयार करती हैं और अपने घर से शुरू होकर पूरे एरिया में देने जाते हैं। घर में सबने कुबूल किया इनको

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इवलीन ने कहा कि शादी के बाद वह मनसा देवी कांप्लेक्स में बस गई। उन दिनों एक स्ट्रे डॉग उनके घर के पास आता-जाता रहता था। एक दिन उसने बच्चों को जन्म दिया, तो वे रोड में घूमते थे। कहीं गाड़ी के नीचे कोई आ न जाए, तो ऐसे में उन्हें घर में शरण दी। इसके बाद कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि इन्हें घर से निकाला जाए। इसके बाद कई वर्षों से हमारे पास आसपास से स्ट्रे डॉग्स आने लगे। पूरे एरिया में जहां भी स्ट्रे डॉग्स रहते हैं, हम उन्हें फीड करने लगे। आज भी निरंतर यही प्रयास रहता है। मेरे पति इसमें मेरा पूरा सहयोग करते हैं। स्ट्रे डॉग्स के उपचार से लेकर अडॉप्शन में करती हैं मदद

इवलीन ने कहा कि उन्होंने कई वर्षो से शहर में विभिन्न सोसायटी के साथ मिलकर स्ट्रे डॉग्स के लिए काम किया है। इसमें अडॉप्शन से लेकर स्ट्रे डॉग्स के उपचार में वह लगी रहती हैं। उन्होंने कहा कि अभी शहर में स्ट्रे डॉग्स से जुड़ी केवल एक ही एंबुलेंस हैं। ऐसे में कहीं एक्सीडेंट हो जाता है, तो हमारी टीम रेस्कयू एंड कोऑर्डिनेशन ग्रुप इस दिशा में काम करती है। वह घायल डॉग्स को खुद ले जाकर डॉक्टर के पास ले जाती हैं। इससे समय रहते किसी जीव की जान बच सकती है। लोगों को करती हैं अवेयर

इवलीन ने लोगों को स्ट्रे डॉग्स के प्रति जागरूकता के कई अभियान भी चलाए। उन्होंने कहा कि अभी तक वह कई लोगों को स्ट्रे डॉग्स को अडॉप्ट करने के लिए प्रेरित कर चुकी हैं। इनकी देखभाल बहुत आसान होती है। आप इन्हें दूध और रोटी जैसा आहार भी दे सकते हैं। गर्मियों में ऐसे रखें ख्याल

इवलीन ने कहा कि इन दिनों गर्मियां हैं, तो स्ट्रे डॉग्स को ज्यादा से ज्यादा पानी पिलाते रहें। उन्हें बैठने के लिए कहीं छांव से जुड़ी जगह जरूर दें। साथ ही उनके बैठने के लिए गीली बोरी भी रख सकते हैं। उन्हें अगर दूध देते हैं, तो उसमें सल्फर ड्रॉप्स दे सकते हैं, जो किसी भी आयुर्वेदिक दुकान से मिल जाएगी। इसके अलावा उन्हें पानी पिलाते रहें।

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