विदेश भेजने का झांसा देकर कंपनी ने लोगों से लाखों ठगे, कनाडा भागा मालिक
फेज-11 स्थित चाइल्ड अब्रॉड इमीग्रेशन कंपनी पंजाब हरियाणा व हिमाचल के सैकड़ों लोगों को विदेश के सपने दिखाकर लाखों की ठगी मारकर फरार हो चुकी है।
By Edited By: Published: Mon, 08 Apr 2019 04:39 PM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2019 03:03 AM (IST)
जागरण संवाददाता, मोहाली। जिले में एक और इमीग्रेशन फ्रॉड का मामला सामने आया है। इस बार फेज-11 स्थित चाइल्ड अब्रॉड इमीग्रेशन कंपनी पंजाब, हरियाणा व हिमाचल के सैकड़ों लोगों को विदेश के सपने दिखाकर लाखों की ठगी मारकर फरार हो चुकी है। हालांकि इस कंपनी में पैसों के लेनदेन के लिए हरपाल नाम के युवक की जिम्मेदारी लगाई गई थी। लोगों को काउंसलिंग देने के लिए स्टाफ में युवतियां रखी हुई थी। रकम लेते समय यह युवतियां अपना असल नाम न बताकर कंपनी द्वारा दिए गए नाम व नंबर का इस्तेमाल करती हैं और जब कंपनी फरार हो जाती है, तो लोग इन युवतियों को ढूंढ़ते रह जाते हैं।
कंपनी का मालिक विदेश भागा
जांच में सामने आया है कि चाइल्ड अब्रॉड इमीग्रेशन कंपनी का असल मालिक शीतल है, जोकि कनाडा भाग गया है। लोगों का कहना है कि पैसों का लेनदेन हरपाल नाम का शख्स करता था, जोकि खुद को कंपनी का पार्टनर बताता था, पुलिस उसे क्यों गिरफ्तार नहीं करती। सूत्रों से पता चला है कि हरपाल ने चंडीगढ़ व जीरकपुर जैसे क्षेत्र में किसी ओर नाम से इमीग्रेशन कंपनियां खोली हुई है।
लोगों के पासपोर्ट तक कंपनी के पास हैं
दफ्तर के बाहर पैसे लेने पहुंचे जसबीर सिंह, भारत भूषण, हरकेश निवासी बठिंडा, हरजीत सिंह यमुनानगर व आशा रानी ने बताया कि उन्हें कनाडा का वर्क परमिट देने के लिए कंपनी ने उनसे अलग-अलग किश्तों में लाखों रुपये लिए थे। उनके पासपोर्ट तक अपने पास रखे हुए हैं और कंपनी न तो पैसे वापस कर रही है और न ही वीजा लगवा रही है। इस बारे में एसएसपी को शिकायत दी गई है।
कंपनी का मालिक विदेश भागा
जांच में सामने आया है कि चाइल्ड अब्रॉड इमीग्रेशन कंपनी का असल मालिक शीतल है, जोकि कनाडा भाग गया है। लोगों का कहना है कि पैसों का लेनदेन हरपाल नाम का शख्स करता था, जोकि खुद को कंपनी का पार्टनर बताता था, पुलिस उसे क्यों गिरफ्तार नहीं करती। सूत्रों से पता चला है कि हरपाल ने चंडीगढ़ व जीरकपुर जैसे क्षेत्र में किसी ओर नाम से इमीग्रेशन कंपनियां खोली हुई है।
लोगों के पासपोर्ट तक कंपनी के पास हैं
दफ्तर के बाहर पैसे लेने पहुंचे जसबीर सिंह, भारत भूषण, हरकेश निवासी बठिंडा, हरजीत सिंह यमुनानगर व आशा रानी ने बताया कि उन्हें कनाडा का वर्क परमिट देने के लिए कंपनी ने उनसे अलग-अलग किश्तों में लाखों रुपये लिए थे। उनके पासपोर्ट तक अपने पास रखे हुए हैं और कंपनी न तो पैसे वापस कर रही है और न ही वीजा लगवा रही है। इस बारे में एसएसपी को शिकायत दी गई है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें