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Amritpal Singh: पंजाब में अमृतपाल की एंट्री के बाद से बढ़ गया था सीमापार से ड्रोन गतिविधि का सिलसिला

वारिस पंजाब दे के प्रमुख व खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के तार सीमा पार से ड्रोन से आने वाले हथियारों व नशीले पदार्थों से जुड़ रहे है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह जांच में यह साफ हो रहा है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ इसके पीछे है।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaPublished: Fri, 24 Mar 2023 05:34 PM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2023 05:38 PM (IST)
पंजाब में अमृतपाल की एंट्री के बाद से बढ़ गया था सीमापार से ड्रोन गतिविधि का सिलसिला

चंडीगढ़, जागरण संवाददाता : वारिस पंजाब दे के प्रमुख व खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के तार सीमा पार से ड्रोन से आने वाले हथियारों व नशीले पदार्थों से जुड़ रहे है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह जांच में यह साफ हो रहा है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ इसके पीछे है।

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AKF के अलावा बनाया CPT  और ATF

अमृतपाल सिंह आनंदपुर खालसा फोर्स (एकेएफ ) के अलावा अपनी एक क्लोज प्रोटेक्शन टीम (सीपीटी) और अमृतपाल टाइगर फोर्स (एटीएफ) भी बनाई। इन लोगों के पास जो हथियार आ रहे थे वह सीमा पार से आ रहे थे। खालिस्तान बनाने के लिए अमृतपाल हथियारबंद संघर्ष शुरू करने की तैयारी कर रहा था। एटीएफ में अमृतपाल के करीबी थे और एकेएफ में नए युवा। सीपीटी का काम संगठन के दूसरे नामी लोगों को प्रोटेक्शन देना था।

अमृतपाल की एंट्री के बाद सीमा पार से ड्रोन्स गतिविधियों में इजाफा

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जिन लोगों को पकड़ा गया है उनकी वाट्सअप चैट से कई खुलासे हुए है।सीमा पार से आए जो हथियार ड्रग्स ड्रोन्स के ज में राज्य बड़ी चुनौतियों का सामना करना कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि बीते साल सितंबर में अमृतपाल की एंट्री के बाद सीमा पार से ड्रोन्स गतिविधियों में इजाफा हुआ था। अब तक इस मामले में जो हथियार पकड़े गए है वह क्या सीमा पार से आए थे इस की जांच की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक बीते साल 256 के करीब ड्रोन्स गतिविधियां देखी गई।

वहीं 2021 में ड्रोन्स की गतिविधियां 67 के करीब थी

पता चला है कि खालिस्तानी समर्थक सीमा पार के लोगों की मदद से यह हथियार पंजाब पहुंचा रहे थे। डाटा बताता है कि अमृतसर, गुरदासपुर और फिरोजपुर में सबसे ज्यादा ड्रोन्स गतिविधियां देखी गई। खास बात यह है कि अमृतपाल का गांव अमृतसर के नजदीक है। खुफिया एजेंसियां पंजाब में अमृतपाल की एंट्री से इस बढ़त को जोड़ रही है। मामले की जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि अमृतपाल समर्थकों के पास नियमित रूप से हथियार पहुंच रहे थे।

पुलिस को चकमा देकर निकल गया था भगोड़ा अमृतपाल 

इस मामले में कुछ लोगों के नाम सामने आए है जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। इन में से कुछ लोगों सीमा के पास के गांवों से संबंधित है। ध्यान रहे कि अमृतपाल बीती 18 मार्च से पुलिस को चकमा देकर निकल गया था उसकी तलाश में पुलिस की ओर से लगातार छापेमारी की जा रही है। देश के लगभग सभी राज्यों को अर्ल्ट किया गया है।


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