पंजाब विधानसभा में टूटेंगे सारे बंधन, दो राज्यों के मुख्यमंत्री एक साथ होेंगे मौजूद
पंजाब विधानसभा में 6 नवंबर को सारे बंधन टूट जाएंगे। गुरु श्री नानकदेव के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर होने विधानसभा के विशेष सत्र में दो राज्यों के मुख्यमंत्री एक साथ नजर आएंगे।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। गुरु श्री नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर पंजाब और हरियाणा के बीच की सभी दीवारें टूटी हुई नजर आएंगी। पंजाब व हरियाणा के इतिहास में पहला मौका होगा जब विधानसभा के अंदर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री एक साथ एक ही स्टेज पर बैठेंगे। प्रकाश पर्व को लेकर पंजाब सरकार ने छह नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया हुआ है जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री समेत वहां के सभी विधायकों को आमंत्रित किया गया है। इस दिन सदन के अंदर के सारे बंधन टूट जाएंगे।
गुरु श्री नानकदेव जी के 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में विशेष सत्र
विशेष सत्र को यादगार बनाने के लिए विधानसभा को सजाया जा रहा है। विधानसभा के अंदर और बाहर जहां बिजली की लडिय़ां लगाई गई है। सदन को सफेद फूलों से सजाया जाएगा। पूर्व में सदन को रंग-बिरंगे फूलों से सजाने की योजना थी, लेकिन बाद में सुल्तानपुर लोधी की तर्ज पर सफेद फूलों से सजाने का फैसला लिया गया। सदन के कारपेट को ड्राई क्लीन किया जा चुका है तो सफाई अभियान जोरों से चल रहा है।
सफेद फूलों से सजेगा सदन, लगाई गईं बिजली की लडिय़ां
सदन के अंदर स्टेज बनाने का काम भी चल रहा है। स्टेज पर कुल सात कुर्सियां लगाई जाएंगी। बीच वाली कुर्सी पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू बैठेंगे। उनके दोनों तरफ पंजाब और हरियाणा के राज्यपाल बैठेंगे। उसके बाद दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह बैठेंगे।
उपराष्ट्रपति, मनमोहन व स्पीकर ही बोलेंगे
स्पीकर राणा केपी सिंह ने बताया कि दो घंटे तक चलने वाले इस सत्र में केवल तीन लोग ही बोलेंगे। स्वागत भाषण स्पीकर देंगे। जिसके बाद डॉ. मनमोहन सिंह गुरु नानक देव जी के संबंध में बोलेंगे। इसके बाद उपराष्ट्रपति अपने विचार रखेंगे।
कैप्टन ने हरियाणा के मुख्यमंत्री व राज्यपाल को भेजा पत्र
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने छह नवंबर को विशेष सत्र के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को निमंत्रण पत्र भेज दिया है। विधायकों को भी न्योता भेजा जा चुका है।
समय की कमी के कारण हिमाचल प्रदेश को नहीं गया न्योता
जानकारी के अनुसार वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने पंजाब के स्पीकर राणा केपी सिंह को हिमाचल प्रदेश के विधायकों व स्पीकर को बुलाने की सलाह दी थी। लेकिन समय काफी कम होने के कारण हिमाचल के विधायकों को यह न्योता नहीं भेजा जा सका।
शिरोमणि अकाली दल चाहता है बादल भी बोलें
शिरोमणि अकाली दल ने स्पीकर के पास यह इच्छा व्यक्ति की है कि विशेष सत्र के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को भी बोलने का मौका मिले। विशेष सत्र में केवल तीन वक्ता ही अपने विचार रखेंगे। स्टेज से तो मुख्यमंत्री भी अपने विचार नहीं रखेंगे जिसकी वजह से पूर्व मुख्यमंत्री के बोलने की संभावना नहीं है।
सीधा प्रसारण हो : आप
आम आदमी पार्टी ने स्पीकर से मांग की है कि विशेष सत्र का सीधा प्रसारण होना चाहिए। ऐसा होने से बाहर के लोग भी इसे देख सकेंगे।
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11 बजे से होगा विशेष सत्र
11 से एक बजे तक विशेष सत्र होने के बाद २.३० बजे से विधानसभा का सत्र शुरू होगा। इस सत्र में रूटीन के कामकाज किए जाएंगे। इस दिन पंजाब सरकार तीन बिल भी लेकर आएगी।
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