तामसिक गुणों को शांत करने के लिए चंडीगढ़ के महाकाली माता मंदिर में जलाई गई अखंड ज्योति
महाकाली माता मंदिर सेक्टर-30 में 41 दिनों के लिए अखंड ज्योति जलाई गई है। यह ज्योति गोसेवा मिशन के नेशनल चेयरमेन स्वामी कृष्णानंद महाराज के निर्देशानुसार जलाई गई है। सेक्टर-30 में जलाई गई ज्योति पंजाब के होशियारपुर जिले के बीनेवाल से लाई गई।
चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। समाज में तामसिक गुणों की वृद्धि को रोकने के लिए महाकाली माता मंदिर सेक्टर-30 में 41 दिनों के लिए अखंड ज्योति जलाई गई है। यह ज्योति गोसेवा मिशन के नेशनल चेयरमेन स्वामी कृष्णानंद महाराज के निर्देशानुसार जलाई गई है। सेक्टर-30 में जलाई गई ज्योति पंजाब के होशियारपुर जिले के बीनेवाल से लाई गई। जिसे मंदिर में पूरे विधि-विधान के साथ स्थापित किया गया।
जानकारी देते हुए मंदिर प्रबंधक कमेटी के प्रधान राकेशपाल मोदगिल ने बताया कि श्रीमद भागवत गीता में लिखा गया है कि जब तमोगुणों की वृद्धि हो तो गाय के मूत्र और घी का घर में ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। इस समय कोरोना वायरस महामारी तेजी से फैली रही है। वहीं दूसरी तरफ चीन और पाकिस्तान के साथ रिश्ते भी बिगड़ते नजर आ रहे है। महामारी की रोकथाम और समाज में शांति बनाए रखने के लिए अखंड ज्योति जलाई है। जिसका उद्देश्य सभी देवी-देवताओं ने समाज में शांति और प्यार की भावना लाने की अपील करना है।
अखंड ज्योति के साथ होगा हनुमान चालीसा
मंदिर के पुजारी दीपक शर्मा ने बताया कि अखंड ज्याेति को जलाने के साथ ही सभी भक्तों और श्रद्धालुओं से अपील है कि जो भी इस ज्योति का दर्शन करने आए वह एक बार हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें ताकि समाज में शांति और प्यार की भावना पैदा हाे सके।
शहर के अन्य मंदिरों में भी जलाई जा सकती है ज्योति
सेक्टर-30 के मंदिर में ज्योति लाने वाले महात्मा ने बताया कि इस ज्योति को शहर के अन्य मंदिर भी जला सकते है। जिसके लिए वह इस ज्योति से दूसरी ज्योति जलाकर ले जाएं। उन्होंने कहा कि यह ज्योति बीनेवाल में चित्रकूट धाम से आई थी और अब यह सेक्टर-30 में जलाई गई है।
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