मोहाली में चलती कार में लगी आग, जिंदा जल गया एजीएम
आग इतनी भयानक थी कि गाड़ी के साथ-साथ मृतक की हड्डियां तक पूरी तरह से जल गई। मृतक व्यक्ति की पहचान माधव चतुर्वेदी (39) निवासी सेक्टर-108, मोहाली के रूप में हुई है।
जेएनएन, मोहाली। सोहाना थाने के अधीन पड़ते गांव संभालकी के पास शुक्रवार रात सड़क किनारे बनी खदानों में एक व्यक्ति की गाड़ी में जिंदा जलने से मौत हो गई। आग इतनी भयानक थी कि गाड़ी के साथ-साथ मृतक की हड्डियां तक पूरी तरह से जल गई। मृतक व्यक्ति की पहचान माधव चतुर्वेदी (39) निवासी सेक्टर-108, मोहाली के रूप में हुई है। माधव पहले पंचकूला स्थित आइडिया कंपनी में सीनियर मैनेजर की पोस्ट पर तैनात थे और अब वह अंबाला में बतौर एजीएम नौकरी कर रहे थे। हालांकि पुलिस मामले को संदिग्ध मान रही है। पुलिस ने मौके पर फारेंसिक टीम को बुलाया, जिसने सुबूत इकट्ठा किए। फिलहाल पुलिस ने बचे हुए शव को सिविल अस्पताल फेज-6 की मोर्चरी में रखवा दिया है।
टैक्सी चालक ने कंट्रोल रूम पर दी थी सूचना
जानकारी के अनुसार माधव 11 बजे घर से निकला था और ओला टैक्सी चालक जतिन ने साढ़े 11 पुलिस कंट्रोल रूम पर गाड़ी जलने की सूचना दी थी। जतिन के अनुसार वह शुक्रवार रात सवारियां छोड़ने के लिए 108 सेक्टर आया था, तब उसने जतिन की जलती हुई कार खदानों के पास देखी, जिसकी ड्राइवर सीट पर एक व्यक्ति बैठा था, जिसके सीट बेल्ट लगी हुई थी। साढ़े 11 बजे कंट्रोल रूम पर जतिन की कॉल के बाद एसएचओ सोहाना त्रिलोचन सिंह, डीएसपी सिटी-2 रमनदीप सिंह पुलिस पार्टी सहित मौके पर पहुंचे, जिन्होंने फायर ब्रिगेड को बुलाया। जिनके आने के बाद ही आग पर काबू पाया गया, परंतु तब तक सब कुछ जल चुका था। बताया जा रहा है कि आग इतनी भयानक थी कि उसके आसपास खड़े सफेदे के पेड़ 25 फुट तक जल गए। वहीं, आसपास उगी सूखी झाड़ियो ने भी आग पकड़ ली थी।
परिवार वाले गए थे बाहर, घर पर रह रहा था अकेला
मृतक माधव चतुर्वेदी की पत्नी डॉ. निधी अपने दो साल के बेटे प्रथम व सात साल बेटी समृद्धि को साथ लेकर कोटा गई हुई है, जबकि माधव के पिता सुशील कुमार भी फरीदाबाद गए हुए थे। पुलिस ने परिवार को उसकी मौत की सूचना दे दी है, जिनके आने पर ही पुलिस अगली कार्रवाई करेगी। वहीं मृतक के घर पर काम करने वाली नौकरानी जसपाल कौर ने बताया कि वह दो महीने पहले उनके पास नौकरी लगी है। निधी ने कहा था कि वह कुछ दिन के लिए बाहर जा रहे हैं और 21 तारीख को लौटेंगे, इसलिए वह काम करने 21 जनवरी को आए। जसपाल ने बताया कि 17 तारीख को उनकी पत्नी निधी का फोन आया था, कि घर जाकर सफाई कर आओ। जब वह घर पहुंची तो माधव घर पर अकेला था और वह खाना भी बाहर रेस्टोरेंट से मंगवाकर खा रहा था। लाश की शिनाख्त के लिए होगा डीएनए टेस्ट पुलिस के अनुसार गाड़ी नंबर एचआर-03यू-9250 से पता चला कि इस गाड़ी का मॉडल आई-10 है, जोकि माधव चतुर्वेदी के नाम पर रजिस्टर्ड है। उसके बाद ही पुलिस ने उसके घर तक पहुंच की थी। पुलिस के अनुसार लाश की हड्डियां तक जल चुकी हैं, इसलिए यह साफ नहीं कहा जा सकता कि यह लाश माधव की है। पुलिस ब्लड सैंपल के आधार पर डीएनए टेस्ट करवाकर शव की शिनाख्त करेगी।
फारेंसिक टीम को मौके से मिले ब्लड के निशान
मौका-ए-वारदात पर पहुंची फारेंसिक टीम को कुछ अहम क्लू मिले हैं। वहीं टीम को गाड़ी के अंदर से ब्लड के कुछ निशान मिले थे, जिसे सैंपल के तौर पर लिया गया है। पुलिस जांच कर रही है कि कहीं कत्ल को हादसे का रूप तो नहीं दिया गया। वहीं मौका-ए-वारदात पर मृतक माधव चतुर्वेदी का एक दोस्त मनीष अरोड़ा भी पहुंचा था, जिसने पुलिस को बताया कि जिस गाड़ी में हादसा हुआ है, वह गाड़ी कई दिनों से गायब थी इसलिए पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है।
खिड़की से बाहर थे दोनों पैर
सोहाना सिटी दो के डीएसपी रमनदीप सिंह का कहना है कि पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उन्होंने ड्राइवर साइड वाला दरवाजा खुला हुआ पाया। माधव के दोनों पैर दरवाजे से बाहर लटके हुए थे, परंतु सीट बेल्ट लगी होने के कारण वह बाहर नहीं निकल सका। परंतु अंदाजा लगाया जा रहा है कि माधव ने गाड़ी से बाहर निकलने का पूरा प्रयास किया पर मौत से बच नहीं पाया। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया है और पारिवारिक सदस्य के बयानों पर 174 की कार्रवाई की है। शव की पहचान नहीं हो पा रही है, लेकिन गाड़ी माधव चतुर्वेदी के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस शिनाख्त के लिए डीएनए टेस्ट करवाएगी।