Corona का डर, किशोरी की कुदरती मौत के बाद पंचायत ने शव दफनाने से किया इन्कार
कब्रिस्तान गांव रडियाला में होने के चलते मृतका के स्वजनों ने गांव की पंचायत से संपर्क किया लेकिन कोरोना के डर से पंचायत ने शव दफनाने से इन्कार कर दिया।
मोहाली, जेएनएन। गांव रडियाला में मंगलवार सुबह कोरोना के डर से 14 वर्षीय मुस्लिम समुदाय की किशोरी की हुई कुदरती मौत के बाद पंचायत ने शव को दफनाने से इन्कार कर दिया। गांव दाऊंमाजरा में नगमा की सोमवार रात मिरगी का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। कब्रिस्तान गांव रडियाला में होने के चलते मृतका के स्वजनों ने गांव की पंचायत से संपर्क किया, लेकिन कोरोना के डर से पंचायत ने शव दफनाने से इन्कार कर दिया। मृतक नगमा के पिता समेद्दीन व मां रुकसाना बेगम अपनी किशोरी का अंतिम संस्कार करने के लिए करीब तीन घंटे कभी पुलिस के पास तो कभी पंचायत के पास मिन्नतें करते रहे, लेकिन किसी ने उनकी मजबूरी को नहीं समझा। कोरोना का खौफ इस कदर लोगों के मन में बैठ चुका था कि कुदरती मौत को भी लोग नफरत व डर के साथ देखने लगे।
पीड़ित परिवार ने बताया कि रस्में पूरी करने के लिए मृतका की गांव पडियाला निवासी चाची को बुलाया गया था लेकिन गांव पडियाला के एक कांग्रेस लीडर ने उसे जाने से मना कर दिया और कहा कि अगर उसे जाना है तो वापस नहीं आना। पुलिस लेकर पहुंचे एसडीएम मंगलवार देर शाम मामला एसडीएम खरड़ हिमांशु जैन के ध्यान में आया जिसके बाद वे पुलिस टीम को लेकर पीड़ित परिवार के साथ गांव रडियाला पहुंचे। उन्होंने पंचायत को बताया कि मृतका का पोस्टमार्टम करवाया गया है जिसमें उसकी मौत का कारण मिरगी आया है। बाद में पंचायत ने मृतका का शव कब्रिस्तान में दफनाने के लिए इजाजत दी। एसडीएम व पुलिस ने अपनी मौजूदगी में शव दफनाया।
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