'कश्मीर में अनुच्छेद-370 खत्म होने के बाद अमरनाथ यात्रा पूरी न होने का मलाल नहीं' Chandigarh News
अमरनाथ यात्रा पूरी न कर सकने वाली नीलम शाह बड़ा ने भी सरकार के कदम का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि वह अब भविष्य में बिना किसी भय के दर्शन करने जा सकेंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़। अमरनाथ यात्रा बीच में छूटने पर मन दुखी था, लेकिन सोमवार को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने का केंद्र सरकार का फैसला आते ही इस बात का मलाल मन से निकल गया। यह बातें मनोज छाबड़ा ने सोमवार को कही।
यात्रा बीच में ही छोड़ वापस लौटना पड़ा
दैनिक जागरण के साथ बातचीत में मनोज ने कहा कि दो भाई अमरनाथ यात्रा के लिए श्रीनगर तक गए थे, लेकिन सेना ने उन्हें वहीं रोक दिया। ऐसे में उन्हें यात्रा बीच में ही छोड़ वापस लौटना पड़ा। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद हर साल बिना किसी डर के यात्रा पर जा सकेंगे।
सरकार के कदम से जगा विश्वास
अमरनाथ यात्रा पूरी न कर सकने वाली नीलम शाह बड़ा ने भी सरकार के कदम का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बार बाबा अमरनाथ के दर्शन करने का मौका नहीं मिलने का दुख तो है लेकिन सरकार के ताजा कदम से विश्वास जगा है कि वह अब भविष्य में बिना किसी भय के दर्शन करने के लिए जा सकेंगे।
सरकार के फैसले के दूरगामी परिणाम पर होगी देशवासियों की नजर
अमरनाथ यात्रा बीच में छोड़ वापस चंडीगढ़ आने वाली रूबी ने बताया कि जब सेना ने उन्हें आगे जाने से रोका तो काफी दुख हुआ। लेकिन शायद सेना ने सुरक्षा के नजरिये से ही ऐसा किया होगा। अब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने का कदम सही मायने में स्वागत योग्य है। पूरे देश की जनता की इस बात पर निगाह होगी कि भविष्य में सरकार का यह फैसला किस हद तक सही या गलत साबित होता है।
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