15 साल बाद जागा गृह मंत्रालय, बुड़ैल जेल को मिलेगा अतिरिक्त स्टाफ
गृह मंत्रालय ने चंडीगढ़ प्रशासन की मांग को स्वीकार किया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : 15 साल बाद गृह मंत्रालय ने चंडीगढ़ प्रशासन की मांग को स्वीकार किया है। तबसे यह मुद्दा एमएचए के पास पें¨डग पड़ा था। एमएचए (गृह मंत्रालय) ने चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल के लिए 99 अतिरिक्त स्टाफ के लिए पोस्ट दिए जाने की मांग को मंजूरी दे दी है। बुड़ैल जेल में स्टाफ की कमी का मुद्दा जनवरी 2004 में सामने आया था। जब बब्बर खालसा गुट के तीन आतंकी जगतार ¨सह हवारा, जगतार ¨सह तारा और परमजीत ¨सह भ्यौरा जेल के नीचे से 94 फीट की सुरंग खोदकर भाग निकले थे। इसके बाद केंद्र सरकार व चंडीगढ़ प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए थे। उस समय जेल ब्रेक कांड की जांच दिल्ली पुलिस के पूर्व कमिश्नर आरसी गुप्ता के नेतृत्व में कमेटी बनाकर करवाई गई थी। कमेटी ने दो माह बाद सौंपी थी जांच रिपोर्ट
कमेटी ने करीब दो महीने बाद जांच कर केंद्र सरकार को जो अपनी रिपोर्ट दी थी, उसमें जेल में पर्याप्त स्टाफ व मैनपावर न होना कारण बताया था। उस समय चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से अप्रैल 2004 में एमएचए को बुड़ैल जेल के लिए अतिरिक्त स्टाफ रखे जाने के लिए पोस्ट सेंक्शन किए जाने की डिमांड की गई थी। जिस पर अब एमएचए ने अप्रूवल रिक्रूटमेंट प्रोसेस शुरू करने के लिए दे दी है। चंडीगढ़ पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बुड़ैल जेल के स्टाफ के लिए कांट्रेक्ट पर कुछ कर्मचारी भर्ती किए जाएंगे, इसके अलावा रेगुलर स्टाफ भी रखा जाएगा। जिसमें सीनियर व लोअर रैंक के अधिकारी शामिल होंगे। एमएचए ने कुल 99 पोस्ट की मंजूरी दी है। ये भर्तियां होंगी
-ग्रेड-1 का एक डिप्टी जेल सुप¨रटेंडेंट
-ग्रेड-2 के दो डिप्टी जेल सुपरिंटेंडेंट
-चार असिस्टेंट जेल सुपरिंटेंडेंट
-दो वेलफेयर ऑफिसर्स
-49 वार्डर
-18 हेड वार्डर
-7 काउंसिलर्स और फार्मास्टियूक्ल स्टाफ इस समय स्टाफ
-कुल 153 लोग
-103 परमानेंट
-50 कांट्रेक्ट पर