प्रशासन ने नहीं दी मंजूरी, लोगों ने डीसी दफ्तर के बाहर ही वाल्मीकि जयंती मनाने का लिया फैसला
वाल्मीकि शोभायात्रा आयोजक कमेटी के पूर्व चेयरमैन ओम प्रकाश सैनी का कहना है कि पुलिस ने मंजूरी दे दी थी। लेकिन डीसी ने मंजूरी रद कर दी। आरोप लगाते हुए कहा कि डीसी ने शोभायात्रा की मंजूरी भाजपा नेताओं के इशारे पर रद की है।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना के चलते इस बार वाल्मीकि जयंती पर शोभायात्रा नहीं निकलेगी। ऐसे में वाल्मीकि समुदाय के लोगों में भारी रोष है। बुधवार को यह शोभायात्रा पूरे शहर में अलग-अलग सेक्टरों से निकलनी थी। जिसमें शहर के कई प्रतिष्ठित लोग भी शामिल होने थे लेकिन इस बार शोभायात्रा को मंजूरी न मिलने के कारण नहीं हो पाएगी।
वाल्मीकि शोभायात्रा आयोजक कमेटी के पूर्व चेयरमैन ओम प्रकाश सैनी का कहना है कि मंगलवार रात तक पुलिस ने यात्रा निकालने की मंजूरी दे दी थी। लेकिन डीसी ने यह मंजूरी रद कर दी। भाजपा पर आरोप लगाते हुए सैनी ने कहा कि डीसी ने शोभायात्रा की मंजूरी भाजपा नेताओं के इशारे पर रद की है, क्योंकि दो दिन पहले सफाई कर्मचारी यूनियन की हड़ताल में भाजपा नेताओं के खिलाफ नारेबाजी हुई थी। जिस कारण अब साजिश के तहत भाजपा नेताओं ने शोभायात्रा नहीं होने दी।
सैनी ने कहा कि अब डीसी आफिस के बाहर ही रोष जाहिर करते हुए शोभायात्रा निकाली जाएगी। सैनी ने कहा कि वाल्मीकि समुदाय से जुड़ी सभी संस्थाएं डीसी आफिस के बाहर धरने पर बैठ रही है। जब तक उन्हें मंजूरी नहीं मिलेगी तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे। मालूम हो कि ज्यादा भीड़ जुटने के कारण शोभायात्रा की मंजूरी नहीं दी है। जबकि आयोजक कमेटी ने शोभायात्रा की सभी तैयारियां पूरी कर ली थी, मार्केट में जगह-जगह लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था भी की गई थी।
युवा कांग्रेस के महासचिव मनोज सिहान ने रोष जाहिर करते हुए कहा कि वह खुद इस शोभायात्रा का स्वागत सेक्टर 23 में कर रहे थे लेकिन यात्रा को खारिज करके लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष क्रिशन चड्डा ने भी रोष जाहिर करते हुए कहा कि ऐसा करके प्रशासन ने ठीक नहीं किया है। मालूम हो कि इस बार शोभायात्रा की आयोजक कमेटी का चेयरमैन ज्योति हंस को बनाया गया है।