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मुक्तसर में बुजुर्ग मां सड़क पर तड़प-तड़प कर मर गई, बेटे-बेटियां अब दे रहे ऐसी-ऐसी सफाई

बुजुर्ग मां को अंतिम समय में सड़क पर छोड़ने के मामले में महिला आयोग ने दोषी बेटे व बेटियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 24 Aug 2020 03:34 PM (IST)Updated: Mon, 24 Aug 2020 06:16 PM (IST)
मुक्तसर में बुजुर्ग मां सड़क पर तड़प-तड़प कर मर गई, बेटे-बेटियां अब दे रहे ऐसी-ऐसी सफाई
मुक्तसर में बुजुर्ग मां सड़क पर तड़प-तड़प कर मर गई, बेटे-बेटियां अब दे रहे ऐसी-ऐसी सफाई

चंडीगढ़ [कैलाश नाथ]। पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब में एक 82 वर्षीय महिला को जीवन के अंतिम दौर में सड़क किनारे गुजारा करना पड़ा। महिला का एक बेटा अफसर, दूसरा नेता व पोती पीसीएस अफसर है। इसके बावजूद महिला को दो गज जमीन तक मयस्सर नहीं हुई। उसने सड़क किनारे ही दम तोड़ा। अब महिला को तिल-तिल कर मरने के लिए छोड़ने वाले बेटे और बेटियों के खिलाफ मेंटीनेंस एंड वेलफेयर आफ पेरेंट्स एंड सीनियर सिटीजन एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। राज्य महिला आयोग ने बुजुर्ग मां के दो बेटों और बेटियों को दोषी माना है। आयोग की चेयरपर्सन श्री मुक्तसर साहिब के डिप्टी कमिश्नर को सिफारिश करेगी कि दोषियों के खिलाफ एक्ट के कार्रवाई की जाए।

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मृतक महिंदर कौर के दोनों पुत्र राजविंदर सिंह राजा और बलजिंदर सिंह और बेटियां राजवंश कौर व बलवीर कौर महिला आयोग के समक्ष पेश हुए। महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने पहले एक-एक कर सभी का पक्ष जाना। इस दौरान बड़ा बेटा राजिवंदर सिंह कुछ भी नहीं बोला, जबकि छोटे बेटे बलजिंदर सिंह ने कहा कि उसकी पत्नी किडनी की मरीज है। उसे उसका भी ख्याल रखना पड़ता है, जिस पर मनीषा गुलाटी ने सवाल उठाया कि पत्नी की सेवा कर सकते हो तो मां की क्यों नहीं।

वहीं, बेटी बलवीर कौर ने कहा कि उसकी शादी नहीं हुई है। मां का उसके पास आना नहीं चाहती थी, जबकि बड़ी बेटी राजवंश कौर जो कि खुद भी काफी बुजुर्ग हो गई है, ने आयोग को बताया कि वह खुद अपने बेटे के साथ रहती है। सुनवाई के दौरान दोनों बेटियों की आंखों से आंसू निकलते रहे, जबकि बड़ा बेटा शांत ही बैठा रहा। बाद में राजविंदर सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 1989 में मेरी मां ने मुझे घर से निकाल दिया था। उसके बाद से मेरा मां के साथ कोई संपर्क नहीं था। मुझे पता भी नहीं था कि वह कहां रह रही है।

आयोग की चेयरपर्सन ने कहा कि वह डिप्टी कमिश्नर को आरोपित बेटे बेटियों के विरुद्ध सीनियर सिटिजन एक्ट के तहत कार्रवाई करने की सिफारिश कर रही है। कार्रवाई केवल बेटेे, बेटी ही नहीं बल्कि पोते-पोतियों के विरुद्ध भी होनी चाहिए, ताकि आगे से कोई भी अपनी मां या दादी को सड़क पर मरने के लिए न छोड़ दे।

बता दें, 82 वर्षीय महिंदर कौर घर से बेघर थी। उसके सर में कीड़े पड़ गए थे। वह सड़क पर ही रहती थी। 19 अगस्त को महिंदर कौर की मौत हो गई थी। महिंदर कौर की पोती पूनम सिंह पीसीएस अधिकारी हैंं और फरीदकोट में एसडीएम हैंं। मृतक का बड़ा बेटा राजविंदर सिंह राजा पावरकॉम में जेई के पद से रिटायर हुआ था और हाल ही में उसने सुखदेव सिंह ढींडसा द्वारा बनाई गई शिरोमणि अकाली दल से जुड़ा था। इस घटना के बाद ढींढसा ने बलजिंदर को पार्टी से निष्कासित कर दिया, जबकि छोटा बेटा एक्साइज एंड टैैक्सेशन विभाग में तैनात है। 


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