एक्टिंग मेरी महबूबा है, जब भी रूठ जाता हूं तो मुझे मना लेती है : धर्मेंद्र
धर्मेंद्र ने कहा कि पंजाब घर है मेरा, यहां आकर कभी पराया सा नहीं लगा। घर, खेत, खाना ये सब आज भी जेहन में वैसे ही हैं, जैसे मुंबई में जाते वक्त रह गए थे।
जेएनएन, चंडीगढ़ : पंजाब घर है मेरा, यहां आकर कभी पराया सा नहीं लगा। घर, खेत, खाना ये सब आज भी जेहन में वैसे ही हैं, जैसे मुंबई में जाते वक्त रह गए थे। बस समय बदल गया है, मगर इसके लिए प्यार आज भी वही है। हां, एक्टिंग मेरी आज भी महबूबा है। जब भी रूठ जाता हूं, तो ये मुझे मना लेती है। सुपर स्टार धर्मेंद्र अपने नाम से बने ढाबे गरम धरम सेक्टर-26 में पहुंचे, तो इसी अंदाज में बोले। उनके आने की खबर फैंस को पहले ही लग गई थी। जिसके लिए उनके आने से पहले ही ढाबे के बाहर लोगों का तांता लग गया। हर ओर लोग सेलफोन लिए उनके फोटो के इंतजार में थे। काले ओवरकोट और टॉपी पहने धर्मेद्र ने सभी को प्यार देने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने अपने फैंस से कहा कि आप की वजह से ही मैं हमेशा जवान महसूस करता हूं। आप यूं ही प्यार देते रहेंगे तो मैं यूं ही पंजाब में आता रहूंगा।
बचपन याद आ जाता है...
धर्मेंद्र ने पंजाबी में ही सबसे बात की। उन्होंने कहा कि मुझे तो खाना बनाना नहीं आता। मगर जब कुछ फैंस ने कहा कि हम आपके नाम पर ढाबा खोलना चाहते हैं, तो पहले तो मैं हैरान था। मगर फिर लगा कि अपने किसी फैंस को नाराज नहीं करना चाहिए। जब ये ढाबा खुला तो यहां आने का मन था। आप लोगों से मिलने का मन था। उम्र चाहे जो मर्जी हो। मगर यहां आकर जवान हो जाता हूं। पंजाब की मिट्टी का कमाल है। बल्कि आज तो अपना बचपन ही याद आ गया। मुझे बचपन की मासूमियत पर ही यकीन है। इसी मासूमियत से मैंने एक्टिंग से प्यार किया और इसी वजह से इसे कभी प्रोफेशन नहीं माना।