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पंजाब में दोफाड़ दिख रही आम आदमी पार्टी, कई विधायक खैहरा से अलग राह पर

आम आदमी पार्टी के विधायक दल में पंजाब विधानसभा में दोफाड़ नजर आ रहा है। पार्टी के कई विधायक सुखपाल सिंह खैहरा से अलग नजर आ रहे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 21 Mar 2018 10:44 AM (IST)Updated: Wed, 21 Mar 2018 08:46 PM (IST)
पंजाब में दोफाड़ दिख रही आम आदमी पार्टी, कई विधायक खैहरा से अलग राह पर
पंजाब में दोफाड़ दिख रही आम आदमी पार्टी, कई विधायक खैहरा से अलग राह पर

चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। पंजाब विधानसभा के बजट सत्र एस आम आदमी पार्टी के विधायक बंटे हुए नजर हुए नजर आ रहे हैं। बजट सत्र के पहले ही दिन ड्रग्स के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी दो फाड़ नजर आई। राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने जैसे अभिभाषण देना शुरू किया, आप के विधायक विरोध पर उतर आए और सदन से वाकआउट कर गए। लेकिन, दो विधायक सदन में ही डटे रहे।

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विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुखपाल खैहरा के नेतृत्व में सभी विधायक नहीं दिखे एकजुट

उल्लेखनीय है कि अरविंद केजरीवाल द्वारा शिअद महासचिव व पूर्व राजस्व मंत्री बिक्रम मजीठिया से ड्रग्स के आरोपों पर माफी मांगने के बाद पंजाब में पार्टी में गुटबाजी चरम पर है। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में जैसे ही नशे के खिलाफ लड़ाई का जिक्र किया आप के विधायक उठ खड़े हुए और सरकार पर ड्रग्स के विरुद्ध ठोस कार्रवाई न करने का आरोप लगाने लगे। इसके बाद वे सदन से वाकआउट कर गए। वाकआउट के साथ ही आप विधायकों की आपसी गुटबाजी भी उभरकर सामने आ गई।

सुखपाल सिंह खैहरा की अगुवाई में 14 विधायक सदन से बाहर चले गए लेकिन कुलतार सिंह व अमरजीत सिंह सदन में ही बैठे रहे। अकाली दल व भारतीय जनता पार्टी के विधायक राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान गैरहाजिर रहे। वे सदन में गए ही नहीं।

नशीले आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय लड़ाई लड़ रहा पंजाब

राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि पंजाब नशीले आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय युद्ध लड़ रहा है। सीमावर्ती राज्य होने के कारण नशीली दवाइयों व पदार्थों की तस्करी के कारण राज्य में बड़े स्तर पर नशाखोरी के मामले सामने आए हैं। राज्यपाल ने टारगेट किलिंग और संगठित गिरोह के खिलाफ उठाए गए कदम को लेकर सरकार की पीठ थपथपाई।

पंजाब के पास दूसरे राज्य के लिए पानी नहीं

राज्यपाल ने कहा कि पंजाब के पास गैर रिपेरियन राज्य को देने के लिए पानी नहीं है। उन्होंने पंजाब के पानी को संभालने के लिए हरसंभव कानूनी एवं प्रशासकीय उपाय करने पर जोर दिया। चंडीगढ़ और पंजाबी बोलते क्षेत्रों को लेकर वे कुछ नहीं बोले।

कृषि योजनाओं पर विशेष जोर

अकाली दल के विधायकों की गैरमौजूदगी में राज्यपाल ने कृषि क्षेत्र में सरकार की योजनाओं पर विशेष जोर दिया। दो लाख तक किसान कर्ज माफी में केंद्र सरकार द्वारा सहयोग न देने पर विशेष फोकस रखा। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार कृषि नीति लेकर आएगी और वैकल्पिक फसलों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। सरकार पराली निस्तारण के लिए लिए भले ही कोई ठोस रोडमैप नहीं दे पाई हो लेकिन राज्यपाल ने कहा कि पराली जलाने में 46 फीसद की कमी आई है।

अभिभाषण में इन बातों पर रहा फोकस

- सरकार पर्यटन पर जोर देगी। थीमैटिक सर्किट स्कीम द्वारा सर्किट पर्यटन को उत्साहित किया जाएगा।

-एशियन डेवलपमेंट की तरफ से सहायता प्राप्त आईडीआईपीटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत अमृतसर, कपूरथला, गुरदासपुर, पटियाला, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब में विरासती स्थानों की संभाल की जाएगी।

- शिक्षित युवा विश्वस्तर पर मुकाबला कर सके, इसके लिए सरकारी स्कूलों में पंजाबी के साथ-साथ अंग्र्रेजी माध्यम को भी मजबूत किया जाएगा।

- किसान स्वैच्छिक बिजली सब्सिडी छोड़ सकता है। 100 फीसद सब्सिडी छोडऩे वाले को 403 रुपये और 50 फीसद सब्सिडी छोडऩे वाले को 202 रुपये बीएचपी प्रति महीना बिजली वसूली जाएगी।

- 3000 डेयरी यूनिट स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है।

- मार्कफेड 110 बूथ खोलेगा।

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राज्यपाल कर बैठे गलती

राज्यपाल अपने अभिभाषण में अगले साल श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व मनाने की जगह गलती से श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश पर्व पढ़ बैठे।

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दिखा अंतर

किसान कर्ज माफी को लेकर राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार ने कहा कि कर्ज माफी के लिए भारत सरकार से वित्तीय सहायता देने का अनुरोध किया गया था पर बदकिस्मती से उनकी तरफ से कुछ नहीं किया गया, जबकि अंग्र्रेजी व पंजाबी भाषा के अभिभाषण पत्र में कहा गया कि यह मांग पेंडिंग है।

अकाली-भाजपा व कांग्रेस एक राह पर

नशे को लेकर कांग्रेस पूर्व की अकाली-भाजपा की राह पर दिखाई दी। अंतर सिर्फ यह दिखा कि अकाली दल कहता था नशे के खिलाफ सरकार राष्ट्रीय लड़ाई लड़ रही है तो कांग्रेस ने कहा नशीले आतंकवाद के खिलाफ पंजाब राष्ट्रीय लड़ाई लड़ रहा है।

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