केजरीवाल के माफीनामे पर 'आप' विधायक नाराज, बैंस ब्रदर्स ने तोड़ा नाता
केजरीवाल के माफीनामे के बाद पंजाब में पार्टी में भूचाल आ गया है। अधिकांश नेता इसका विरोध कर रहे हैं। पार्टी विधायक दल की बैठक में विधायकों ने नाराजगी जताई। वहीं, बैंस ब्रदर्स ने आप से नाता तोड़ दिया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा शिअद महासचिव व पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम मजीठिया से नशा तस्करी के आरोपों पर माफी मांगने के बाद पंजाब के आप विधायकों की बैठक का दौर जारी है। आम आदमी पार्टी और उसकी सहयोगी लोक इंसाफ पार्टी की विधायक दल की बैठक के बाद लोक इंसाफ पार्टी ने आप से नाता तोड़ने का एलान कर दिया है। इससे पूर्व सभी ने एकमत से केजरीवाल की माफी की निंदा की।
लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस व बलविंदर सिंह बैंस ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पूरे पंजाब के साथ धोखा किया है। ऐसे में वह उनकी आम आदमी पार्टी के साथ कोई नाता नहीं रख सकते, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के पंजाब में 15 के लगभग विधायक भी पंजाब पक्षीय बात कर रहे हैं ऐसे में उनको अपना पूरा समर्थन देंगे।
पत्रकारों से बातचीत करते सिमरजीत सिंह बैंस।
हालांकि बैंस ने यह स्पष्ट किया कि वह एेसे विधायकों से नाता नहीं रखेंगे जो केजरीवाल के इस फैसले को गलत नहीं मानते। बता दें, दोनों दलों के विधायक आज केजरीवाल को द्वारा मांगी गई माफी के मुद्दे पर विचार के लिए एकत्रित हुए थे। बैठक के दौरान जब कोई सहमति नहीं बनी तो बैंस ब्रदर्स ने बैठक का बहिष्कार किया और बाहर आ गए। उन्होंने बाहर आकर ऐलान किया कि अब उनका आम आदमी पार्टी के साथ कोई संबंध नहीं है।
सूत्रों का यह कहना है कि आम आदमी पार्टी में इस बात को लेकर चर्चा चल रही है कि क्यों न अपने आप को नेशनल यूनिट से अलग कर दिया जाए। एक सीनियर विधायक ने इसकी पुष्टि भी की है, लेकिन उन्होंने कहा कि अंतिम फैसला क्या होगा यह शाम तक ही पता चल पाएगा।
इससे पूर्व, विधायक दल की बैठक में आप व लोक इंसाफ पार्टी ने आज कैप्टन सरकार के एक साल पूरा होने को लेकर 15 सूत्रीय चार्जशीट जारी की है। पार्टी के विधायकों ने आरोप लगाया कि सरकार अपने किसी भी वादे को पूरा नहीं कर पाई है। कर्ज माफी ,घर-घर में रोजगार और नशे के मुद्दे पर तो कैप्टन सरकार बुरी तरह से फ्लॉप रही है। विपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा ने कहा कि आज सभी पार्टी विधायकों को इसका विरोध जताना था, लेकिन अरविंद केजरीवाल के माफी मांगने के बाद हालात बदल गए हैं, इसलिए केवल चार्जशीट ही जारी की जाएगी।
आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में विधायक।
इससे पूर्व पार्टी के पंजाब अध्यक्ष भगवंत मान पद से इस्तीफा दे चुके हैं। विधायक दल के नेता व नेता प्रतिपक्ष सुखपाल खैहरा, प्रदेश उपाध्यक्ष अमन अरोड़ा व वरिष्ठ नेता कंवर संधू भी केजरीवाल के इस बयान को सिरे से खारिज कर चुके हैं। पार्टी नेताओं ने कहा कि केजरीवाल ने उनसे सलाह-मशविरा किए बिना ही यह कदम उठाया है। इससे न केवल पार्टी की प्रतिष्ठा को धक्का लगा है बल्कि नशे के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई को भी आघात पहुंचेगा।
आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में विधायक।
बता दें, पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी के मुख्य एजेंडा नशा तस्करी ही था। पूरे चुनाव में केजरीवाल सहित पार्टी नेताओं ने मजीठिया को निशाने पर रखा था, लेकिन अब केजरीवाल के इस मुद्दे पर यू टर्न लेने के बाद पार्टी नेता सकते में हैं।
पत्रकारों से बातचीत करतीं हरसिमरत कौर बादल।
केजरीवाल के माफी मांगने पर केंद्रीय मंत्री व शिअद नेत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि इससे आम आदमी पार्टी की सस्ती राजनीतिक का पता चलता है। उन्होंने चुनाव अभियान के दौरान झूठा प्रचार किया। यह अच्छा है कि उसने अपने झूठ को स्वीकार किया।
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