स्टडी व रिश्तों के तनाव ने 57 फीसद गर्ल्स स्टूडेंट को बनाया इंटरनेट एडिक्ट
पंजाब यूनिवर्सिटी की गर्ल्स स्टूडेंट्स पर स्टडी व रिश्तों का तनाव इस कद्र बढ़ गया है कि इंटरनेट ने उनको अपना एडिक्ट बना लिया। उससे उनका पूरा लाइफ स्टाइल ही बिगड़ कर रहा गया है।
डॉ. रविंद्र मलिक, चंडीगढ़
पंजाब यूनिवर्सिटी की गर्ल्स स्टूडेंट्स पर स्टडी व रिश्तों का तनाव इस कद्र बढ़ गया है कि इंटरनेट ने उनको अपना एडिक्ट बना लिया। उससे उनका पूरा लाइफ स्टाइल ही बिगड़ कर रहा गया है। न तो वे पूरी तरह सो पाती हैं और न ही लाइफ इन्जॉय कर पाती हैं। दिनभर के तनाव के कारण खान-पान में भी बदलाव आ गया है। नतीजा, मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के प्रति उनका मोह बढ़ता जा रहा है। इसका खुलासा पंजाब यूनिवर्सिटी की पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट की एक स्टूडेंट राधिका की शोध में हुआ है। शोध के अनुसार, 57 फीसदी स्टूडेंट्स ऐसी जो एक दिन भी इंटरनेट के बिना नहीं रह सकती। 35 फीसदी को नियमित रूप से इसके बिना तनाव महसूस होता है। इनमें से 22 प्रतिशत ऐसी हैं जिनको कभी-कभी तनाव होता है। तनाव के चलते वो लगातार बीमारियों का भी शिकार हो रही हैं। करीब 35 फीसद मोटापे का शिकार हैं जो खराब लाइफ स्टाइल का नतीजा है। 28 फीसद को आखों में समस्या है। शोध में सामने आया कि पीयू में 99 फीसदी लड़कियों के पास मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है। शोध का प्रारूप
डॉ. जेएस सहरावत की गाइडेंस में की गई शोध में 288 लड़कियों के जीवन व उनकी दिनचर्या को जाना गया। उनसे उनके लाइफ स्टाइल, नींद, खाना, स्टडी व रिश्तों को लेकर सवाल पूछे गए। 20 से 30 साल की स्टूडेंट्स पर की गई इस शोध में इंटरनेट एडिक्शन के अलावा स्टूडेंट्स के तनाव में रहने, पैसे की कमी, शराब व सिगरेट पीने का भी खुलासा हुआ। तनाव भरा जीवन
69 फीसदी गर्ल्स पढ़ाई के चलते तनावग्रस्त रहती हैं। 33 फीसद ऐसी हैं जो प्रेम संबंधों के चलते स्ट्रेस के दौर से गुजर रही हैं। 20 फीसद को दोस्तों के साथ आपसी खटपट के तनाव महूसस होता है। 20 फीसद को पैसे की कमी के चलते दिक्कत है। शराब और स्मोकिंग को बनाया शौक
शोध में सामने आया कि 20 से 25 साल की आयु की करीब 21 फीसदी लड़कियां शराब का सेवन करती हैं। 25 से 30 आयु वर्ग की बात करें तो यह आकड़ा 60 फीसदी तक हो जाता है। स्थिति वास्तव में अलार्मिग है कि लड़कियां भी लगातार नशे की गिरफ्त में जा रही हैं। नाइट व वीकेंड पार्टी
नाइट पार्टीज व वीकेंड सेलिब्रेशन मे जाना भी लड़कियों की नई आदत के रूप में सामने आ रहा है। 35 फीसदी से भी ज्यादा लड़की देर रात तक चलने वाली पार्टीज में जाती हैं। इनमें करीब 8 प्रतिशत तो सप्ताह में 3 से 5 दिन तक जाती हैं। 10 फीसदी ऐसी हैं जो वीकेंड पर जाती हैं। करीब 60 फीसद ने स्वीकार किया है वो कभी-कभी जाती हैं। यह भी अहम
-40 फीसदी गर्ल्स स्टूडेंट दो से पांच घंटे ही सो पाती हैं।
-पंजाब यूनिवर्सिटी के 99 फीसद स्टूडेंट्स यूज करते हैं मोबाइल का
-33 फीसदी प्रेम संबंधों के चलते परेशान, 22 फीसदी को आर्थिक दिक्कत
-27 फीसद गर्ल्स के परिवार उन पर एग्जाम को लेकर दबाव डालते हैं।
-12 फीसदी हर रोज समय पर खाना नहीं खाती।
-सयुंक्त परिवार की 5 फीसद और एकल परिवार की 7 फीसद स्टूडेंट नाइट पार्टी जाती हैं
-44 प्रतिशत बिल्कुल एक्सरसाइज नहीं करती।