लॉकडाउन के दौरान ट्राईसिटी में शादी करने को 55 आवेदकों को मिली मंजूरी
शादी समारोह में बैंड बाजा बारात लेकर जाते हैं और खूब खर्चा भी करते हैं।
राजन सैनी, चंडीगढ़ : अकसर लोग शादी समारोह में बैंड, बाजा, बारात लेकर जाते हैं और खूब खर्चा भी करते हैं। लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देशभर में लगे लॉकडाउन की वजह से लोगों के लाखों रुपये तो बचे ही लेकिन इससे उनकी शादी भी नहीं रुकी, बल्कि परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में हुई। लॉकडाउन के दौरान बीती 26 अप्रैल को सुमित गोयल और कीर्ति शर्मा ने प्रशासन के आदेशों के तहत शादी की। उनकी शादी में दोनों परिवारों की तरफ से सिर्फ छह लोग ही शादी में शामिल हुए। बिना किसी बराती के इस तरह की शादी को करने वाले सुमित और कीर्ति अकेले ही नहीं है बल्कि 23 मार्च से ट्राईसिटी में शादी के लिए प्रशासन ने करीब 55 आवेदनों को अनुमति दी है। चंडीगढ़ में शादी के लिए मंजूरी के लिए प्रशासन के पास दस आवेदन आए थे तो वहीं मोहाली में 32 आवेदन आए थे लेकिन इनमें से 29 लोगों को ही अनुमति दी गई थी। वहीं, तीन आवेदकों ने अपनी शादी की तारीख ही आगे तय कर ली। वहीं, पंचकूला में भी प्रशासन के पास शादी के लिए 16 आवेदन आए थे। इन सभी को शादी में पांच लोगों से ज्यादा न होने, फिजिकल दूरी बनाए रखने और लॉकडाउन के सभी नियमों की पालना करने की शर्त पर भी अनुमति दी गई। कुछ लोगों को दी शादी डिले करने की सलाह
पंजाब के जिला मोहाली के डीसी गिरिश दयालन ने बताया कि शादी के लिए आवेदन जब आता है तो पहले आवेदक को संभव हो सके तो शादी की तारीख आगे रखने की सलाह दी जाती है। लेकिन इनमें से कुछ लोग जब तैयार नहीं होते, वह कहते हैं कि वे शुभ मुहूर्त निकलवा चुके हैं और ऐसे में शादी की तारीख आगे नहीं रख सकते। ऐसे में उन्हें पुजारी सहित पांच लोगों को ही शादी में शामिल होने की अनुमति दी जाती है। 12 लोगों ने किया था कर्फ्यू के लिए आवेदन
चंडीगढ़ के सेक्टर-38 निवासी कुलभूषण शर्मा ने बताया कि उनकी बेटी कीर्ति की शादी बीती 26 अप्रैल को हुई। दोनों परिवारों के सदस्यों सहित लगभग 12 लोगों के लिए कर्फ्यू पास के लिए आवेदन किया था। लेकिन केवल पांच के लिए अनुमति दी गई। बताया कि बेटी की शादी धूमधाम से करना चाहते थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से नहीं कर सके। इसके अलावा यह भी नहीं कहा जा सकता कि लॉकडाउन कब खत्म होगा और स्थिति कब सामान्य होगी। इसलिए कम लोगों के साथ ही बेटी की शादी करनी सही समझी।