532 किलोग्राम हेरोइन मामला: चीता को दो जून तक पुलिस रिमांड पर भेजा
अटारी बॉर्डर से 532 किलोग्राम हेरोइन मामले में हरियाणा से गिरफ्तार हुए कुख्यात तस्कर रणजीत सिंह राणा उर्फ चीता और उसके भाई गगनदीप सिंह उर्फ गगन को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने शुक्रवार को अमृतसर से मोहाली अदालत लेकर पहुंची।
जागरण संवाददाता, मोहाली : अटारी बॉर्डर से 532 किलोग्राम हेरोइन मामले में हरियाणा से गिरफ्तार हुए कुख्यात तस्कर रणजीत सिंह राणा उर्फ चीता और उसके भाई गगनदीप सिंह उर्फ गगन को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने शुक्रवार को अमृतसर से मोहाली अदालत लेकर पहुंची। दोनों आरोपितों को एनआइए की विशेष अदालत में पेश किया गया। एनआइए द्वारा गगनदीप के रिमांड की मांग न करते हुए अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जबकि रणजीत सिंह उर्फ चीता के रिमांड की मांग करते हुए कहा कि चीता को राजस्थान ले जाकर आनंदपाल गैंग के बारे में पूछताछ करनी है। उससे आतंकवादी-ड्रग पेडलर्स नेक्सस की ओर से रची गई बड़ी साजिश का पता लगाने और फंडिग से जुड़े कई मुद्दों की जांच की जानी है। यह नार्को टेरर फंडिग का मामला है। दलील सुनने के बाद अदालत ने चीता को दो जून तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। आठ दिन के पुलिस रिमांड पर थे दोनों आरोपित
जिक्रयोग है कि पिछली पेशी पर दोनों की अमृतसर से वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए सुनवाई हुई थी और दोनों आठ दिन के पुलिस रिमांड पर थे। जानकारी अनुसार पाकिस्तान से आई 532 किलोग्राम हेरोइन तस्करी से जुड़े मामले में रणजीत सिंह चीता और गगनदीप को हरियाणा से पंजाब पुलिस और एनआइए की टीम ने गिरफ्तार किया था। चीता और गगनदीप दोनों 14 मई तक पंजाब पुलिस की हिरासत में थे। फिर मामला एनआइए को स्थानांतरित कर दिया गया था। यह था मामला
यह मामला 29 जून, 2019 का है जब पाकिस्तान से अटारी बॉर्डर से नमक की खेप में 532 किलो हेरोइन बरामद हुई थी। इसकी जांच में कई लोग गिरफ्तार हुए थे। इसमें दो कश्मीरी युवकों को भी गिरफ्तार किया गया था। पकड़ी गई हेरोइन की कीमत करीब 2700 करोड़ रुपये बताई गई थी। इस मामले में एनआइए चार्जशीट पेश कर चुकी है। वहीं, अब केस का ट्रायल चल रहा है।