चंडीगढ़ में कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं डीएसपी समेत 44 पुलिस कर्मी
संक्रमण से बचने के लिए पुलिस कर्मियों को फेस शील्ड गल्ब्स सैनिटाइजर और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला जरूरी सामान भी उपलब्ध करवाए जाए रहे हैं।
चंडीगढ, जेएनएन। कोरोना महामारी के चलते देशभर में 23 मार्च से लॉकडाउन लगा दिया गया था। तब से लेकर अब तक शहर में लोगों की सुरक्षा के लिए डॉक्टर्स के साथ पुलिस कर्मी भी दिन-रात डटे हुए हैं। शहर में सुरक्षा की कमान संभालने वाले पुलिस कर्मियों में डीएसपी से लेकर कांस्टेबल रैंक तक करीब 44 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें एक डीएसपी, एक इंस्पेक्टर, तीन सब इंस्पेक्टर, पांच असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, सात हेड कांस्टेबल और 27 कांस्टेबल शामिल हैं। इनमें से कई कर्मियों ने इस महामारी से लड़ाई जीतकर वापस ड्यूटी भी ज्वाइन कर ली है।
संक्रमण से बचने और संक्रमित होने के बाद आइसोलेशन की प्रक्रिया के बारे में हर दूसरे दिन पुलिस कर्मियों को सेक्टर-26 स्थित पुलिस अस्पताल में विशेष अभियान के तहत जागरूक भी किया जा रहा है। पुलिस कर्मियों को फेस शील्ड, गल्ब्स, सैनिटाइजर और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला जरूरी सामान भी उपलब्ध करवाए जाए रहे हैं।
कोरोना से रिकवर हो कर अपने काम पर लौटे चंडीगढ़ पुलिस के इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह इन दिनों पुलिस कर्मियों को सकारात्मक रहने की सलाह दे रहे हैं। दिलबाग इन दिनों कोरोना संक्रमित होने वाले पुलिस कर्मियों को कॉल कर उन्हें आइसोलेशन और विशेष सावधानियों को लेकर मोटिवेट करने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्हें प्रोत्साहित कर किसी भी तरह से मानसिक तनाव का शिकार न होने की सलाह दे रहे हैं। पुलिस अस्पताल में कोरोना संक्रमित कर्मियों के उपचार के लिए इंतजाम हैं।
समय-समय पर कोरोना से बचाव के लिए अपनाए जाने वाले उपायों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। कोरोना से रिकवर हुए एक इंस्पेक्टर की ड्यूटी कोरोना संक्रमित कर्मियों को कॉल कर मोटिवेट करने में लगाई है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी तरह का जरूरी सामान पुलिस कर्मियों के लिए उपलब्ध हैं।
-मनोज मीणा, एसएसपी, हेडक्वार्टर एंव ट्रैफिक।