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अब चहेतों को एक्सटेंशन देने का दौर खत्म, कर्मचारियों के साथ प्रशासन की मुश्किलें भी बढ़ी

इस फैसले से एक साथ लगभग 300 कर्मचारियों को रिलीव करना पड़ेगा। जिससे काम प्रभावित होना लाजिमी है। इसको देखते हुए अब प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था शुरू कर दी है।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sun, 01 Mar 2020 01:17 PM (IST)Updated: Mon, 02 Mar 2020 08:46 AM (IST)
अब चहेतों को एक्सटेंशन देने का दौर खत्म, कर्मचारियों के साथ प्रशासन की मुश्किलें भी बढ़ी
अब चहेतों को एक्सटेंशन देने का दौर खत्म, कर्मचारियों के साथ प्रशासन की मुश्किलें भी बढ़ी

चंडीगढ़, जेएनएन। 58 साल के बाद एक्सटेंशन बंद होने से कर्मचारियों के साथ प्रशासन की मुश्किल भी बढ़ गई है। एक तरफ दो साल की एक्सटेंशन पाने के लिए कर्मचारी 58 के होने से कई साल पहले ही सीनियर्स के चहेते बनने में कोई कसर नहीं छोड़ते थे। इन्हें एक्सटेंशन मिल भी जाती थी। अब एक्सटेंशन का दौर ही खत्म हो गया है।

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दूसरी तरफ इस फैसले से एक साथ लगभग 300 कर्मचारियों को रिलीव करना पड़ेगा। जिससे काम प्रभावित होना लाजिमी है। इसको देखते हुए अब प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था शुरू कर दी है। कार्यव्यवस्था न बिगड़े इसके लिए आउटसोर्स इंप्लाइज का सहारा लिया जाएगा। 31 मार्च को 59 वर्ष के हो चुके इंप्लाइज को रिटायर कर दिया जाएगा। प्रशासन के पास एक महीने का समय वैकल्पिक व्यवस्था करने का है। ऐसे में आउटसोर्स को हायर करने और इन्हें ट्रेंड करने की प्रक्रिया पर काम शुरू हो चुका है। साथ ही नई भर्ती प्रक्रिया पर भी काम शुरू हो गया है।

सभी विभागों से मांगा गया कर्मचारियों का ब्यौरा

सबसे पहले सभी डिपार्टमेंट से ऐसे कर्मचारियों का ब्यौरा मांगा गया है जो 58 के होने के बाद एक्सटेंशन पर हैं। यह डाटा तुरंत पर्सोनल डिपार्टमेंट को भेजा जाना है। इसके बाद तय होगा कि किस डिपार्टमेंट से कितने इंप्लाइज कम होंगे। इसके बाद नई भर्ती के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। हालांकि नई भर्ती में भी कम से कम छह महीने का समय लग जाएगा। इतने समय तक आउटसोर्स और पहले से काम कर रहे इंप्लाइज से ही काम चलाना होगा। पंजाब सरकार ने बजट पेश कर यह नया प्रावधान किया। पंजाब सर्विस रूल्स चंडीगढ़ में भी लागू होते हैं, इसलिए बजट में घोषणा के साथ ही यह फैसला चंडीगढ़ में भी लागू हो गया है। इस फैसले का असर सीधे चंडीगढ़ पर भी पड़ेगा। 

300 कर्मचारियों की होगी छुट्टी

चंडीगढ़ का कोई डिपार्टमेंट ऐसा नहीं है जिसमें एक्सटेंशन पर इंप्लाइज कार्यरत न हों। सभी डिपार्टमेंट, बोर्ड, कारपोरेशन, सोसायटी में 300 से अधिक इंप्लाइज ऐसे हैं जो 58 साल में रिटायर होने के बाद दो साल की एक्सटेंशन पर हैं। इनमें कुछ इंप्लाइज ऐसे हैं जिनको एक साल हुआ है तो कई को हालही में एक्सटेंशन मिली है। अब इन्हें एक्सटेंशन पूरी होने से पहले ही रिटायर कर दिया जाएगा। रिटायर करने के लिए दो तिथि को निश्चित किया गया है। जिन इंप्लाइज को 59 साल हो चुके हैं वह 31 मार्च को रिटायर हो जाएंगे।वहीं जो 58 साल होने के बाद एक्सटेंशन पर हैं वह 30 सितंबर को रिटायर होंगे। यह दोनों तिथि कर्मचारियों के लिए अंतिम कार्यदिवस के तौर पर निश्चित की गई हैं।

वैकल्पिक व्यवस्था करने के बाद ही एक्सटेंशन इंप्लाइज को रिटायर करना चाहिए। एक दम हटाने से पूरा सिस्टम बिगड़ जाएगा। जो इंप्लाइज रहेंगे उन पर वर्कलोड बढ़ जाएगा। एक दम हटाने की बजाए कम से कम छह महीने का समय देना चाहिए। पहले नई भर्ती होनी जरूरी है। पहले ही स्टाफ की किल्लत है। एक्सटेंशन इंप्लाइज जाने से मुश्किल और बढ़ेगी।

अश्वनि कुमार, कनवीनर, कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी इंप्लाइज एंड वर्कर्स।

एकदम रिटायर करने से काम कैसे चलेगा। चंडीगढ़ में 300 से अधिक इंप्लाइज एक्सटेंशन पर हैं। इनके जाते ही बोझ बढ़ जाएगा। 31 मार्च को पहली खेप रिटायर होगी। ऐसे में प्रशासन के पास एक महीने का समय व्यवस्था करने के लिए है।

राकेश शर्मा, कनवीनर, इंप्लाइज सबऑर्डिनेट फेडरेशन, चंडीगढ़।


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